परवेज अख्तर/सिवान : अपनी 15 सूत्री मांगों को ले अखिल भारतीय किसान महासभा के आह्वान पर गुरुवार को अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमरनाथ यादव एवं जिला सचिव जयनाथ यादव, जिलाध्यक्ष शीतल पासवान के नेतृत्व में 9 अगस्त क्रांति दिवस पर जेल भरो अभियान के तहत प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पूरे शहर में माले द्वारा मार्च निकाला गया। मार्च माले कार्यालय से निकल कर शहर के गोपालगंज मोड़ होते हुए जेपी चौक के रास्ते बबुनिया मोड़ पहुंचा। इसके बाद वहां से पुन: मुख्य पथ पर भ्रमण कर माले कार्यकर्ता जेपी चौक पर बीच सड़क बैठ गए और सरकार विरोधी नारेबाजी की। इस कारण शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो गया। जाम के कारण लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। इस दौरान करीब 600 करीब माले समर्थित किसानों ने मुफस्सिल थाना में गिरफ्तारी दी। सभी को गोपालगंज मोड़ समीप राजेंद्र पार्क में बैठाया गया था। इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा कि सबका पेट भरने वाले किसान कर्ज की बोझ से आत्महत्या करने को विवश हैं। किसान मेहनत से उगाई अपनी सब्जियों को कम दामों में बेचने को मजबूर हैं। उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार को किसान विरोधी बताया। शीतल पासवान, जयनाथ यादव ने बंद पड़े नलकूपों को अविलंब चालू करने, बटाईदार किसानों को भी डीजल अनुदान देने, बैंक ऋण उपलब्ध कराने, पैक्सों द्वारा डेढ़ गुना समर्थन मूल्य के साथ किसानों के गेहूं की खरीद करने आदि की मांग की। भाकपा किसानों ने प्रदर्शन करते हुए तथा नारे लगाते हुए किसानों ने गांधी मैदान से कचहरी होते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे और गिरफ्तारी दी। उनकी मांगों में बढ़ी हुई मालगुजारी को वापस लेने, किसानों के सभी कर्म माफ करने,सभी को पांच हजार प्रति माह पेंशन की गारंटी देने, समान काम के बदले समान वेतन देने, सबको राशन-केरोसिन की गारंटी करने, मनरेगा कानून को पूर्ण रूप से लागू करने, तमाम ठेका कर्मियों को नियमित करने,दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक तथा महिलाओं हो रहे हमले को बंद करने, सबको आवास की गारंटी देने आदि मांगें थी। प्रदर्शन का नेतृत्व मुंशी सिंह ने किया। इस मौके पर अर्जुन यादव, एनए कारवां,मार्कंडेय दीक्षित, लक्ष्मण पाठक, फुल मोहम्मद अंसारी,गणेश राम, बाजीलाल भगत, राजेंद्र प्रसाद, प्रभुनाथ सिंह, गुलाबचंद्र प्रसाद गुप्ता, विपिन सिंह, कमलावती देवी, राजेंद्र मांझी, हरिवंश प्रसाद शादी, दुलारी कुंवर, सुभावती कुंवर, चंद्रमा प्रसाद आदि प्रमुख थे।
15 सूत्री मांगों को ले अभाकिस ने चलाया जेल भरो अभियान
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