परवेज अख्तर/सीवान:- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पूरे बिहार में सोशल मीडिया के माध्यम से काला दिवस मना कर बिहार सरकार का विरोध किया। जिला संयोजक रंजीत सिंह ने बताया कि राज्य भर में 28 जनवरी को 317 केंद्रों पर माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा ली गयी थी।
दो पाली में हुई परीक्षा में दो लाख 47 हजार 241 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें प्रथम पाली में एक लाख 81 हजार 738 और दूसरी पाली में 65 हजार 503 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। ये सभी परीक्षार्थी अपने परीक्षा परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे थे तभी बिहार बोर्ड ने 16 मई को परीक्षा रद्द करने को लेकर नोटिस जारी कर दिया हालांकि यह मामला कोर्ट में भी पहुंचा है जिसपर 22 मई को निर्णय आने वाला था ऐसे में कोर्ट के निर्णय आने से पहले ही परीक्षा को रद्द करना बिहार सरकार और बिहार बोर्ड पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
अभाविप ने ऑनलाइन आंदोलन कर सरकार को यह बताने का काम किया है कि हालात चाहे जैसे भी हो अगर छात्र हित का हनन हुआ तो यह विद्यार्थी परिषद कभी बर्दास्त नही करेगी साथ ही यह मांग भी किया कि सरकार अविलम्ब इस तुगलकी फरमान को वापस लेते हुए परीक्षा परिणाम को प्रकाशित करें।