परवेज अख्तर/सिवान : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुनावी सभा में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। कहीं किसी तरह की चूट ना हो इसका विशेष ध्यान रखा गया था। मंच के आगे बने डी एरिया पर पुलिस प्रशासन की विशेष नजर थी। डी एरिया के अंदर मीडिया कर्मियों को भी प्रवेश करने की इजाजत नहीं थी। इससे मीडिया के फोटोग्राफरो को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। उधर सभा स्थल के मुख्य गेट के पास ही मेटल डिटेक्टर से एक-एक व्यक्ति की जांच की गई। दो प्रवेश द्वार बनाए गए थे। वहां पुलिस तैनात किए गए थे। इसके अलावा जिले के सभी आला अधिकारियों को इस सभा में लगाया गया था।कई पुलिसकर्मी सादे वेश में मौजूद थे और एक एक व्यक्ति पर उनकी नजर थी।एक दिन पहले से ही उच्च श्रेणी की सुरक्षा दस्ता मैरवा पहुंच चुकी थी। उन्हें बीआरसी में ठहरने का प्रबंध किया गया था। सभा स्थल पर आरक्षी अधीक्षक एएसपी सदर अनुमंडल पदाधिकारी अंचलाधिकारी अरविंद कुमार थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह प्रखंड विकास पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह मौजूद थे। इसके अलावा महिला पुलिस को भी तैनात किया गया। टेंट के बाहर लू की मार झेलते रहे लोग: टेंट में लगी कुर्सियों पर जगह नही मिलने के कारण टेंट के बाहर भी काफी संख्या में लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भाषण सुनने को सभी बेचैन थे। उधर लू के थपेड़ों से सभी जूझ रहे थे ।कई वृक्ष के नीचे तो कई को सिर के ऊपर गमछा तान कर धूप से बचने की कोशिश करते देखा गया।कुछ दूर स्थित मकान की छतों पर तो कुछ ट्रैक्टर ट्राली और गाड़ी की छतों पर बैठ संबोधन सुन रहे थे। पानी टैंक पर लगी रही भीड़ उसके सभा स्थल पर गर्मी को देखते हुए आरो पानी की व्यवस्था की गाड़ी खड़ी की गई थी प्यार से बेचैन वह कर लो गुजर जाते और प्यास बुझाते वहां प्यास बुझाने के लिए लोगों की भीड़ घंटों लगी रही दूसरी तरफ मिनरल वाटर श्रीफल के शरबत की दुकानें भी सजी हुई थी गर्मी की मार से बचने के लिए लोग उस दुकान पर भी जाकर पानी और शरबत पीते देखे गए।
सभा में पहुंचने को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था से गुजरना पड़ा
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