परवेज़ अख्तर/सिवान:
जिला पदाधिकारी अमित कुमार पांडेय की अध्यक्षता में जिला स्तरीय फसल अवशेष प्रबंधन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को किसानों के द्वारा फसल अवशेष अपने खेतों में नहीं जलाने के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जन-जागरुकता फैलाने का निर्देश दिया गया। डीएम ने बताया कि जिलान्तर्गत विभिन्न प्रखंडों के किसानों द्वारा अपने खेतों में पराली, पुआल जलाने की घटनाएं सेटेलाइट के माध्यम से भी दर्ज की गई हैं। जिला कृषि पदाधिकारी जयराम पाल ने बताया कि पराली जलाने के आरोप में रघुनाथपुर प्रखंड के देवपुर पंचायत गोपी पतियांव गांव निवासी रम्भु मांझी, निकलेश मांझी, प्रखंड दरौली के डुमरहर बुजूर्ग पंचायत के डुमरहर खुर्द निवासी बलिस्टर मिश्रा व सिवान सदर प्रखंड के भंटापोखर पंचायत के भंटापोखर निवासी रूपकांती देवी के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए विभागीय निर्देशानुसार उपरोक्त किसानों का निबंधन आगामी तीन वर्षों के लिए बाधित करने की कार्रवाई की गई है।
उन्होंने बताया कि वैसे सभी किसान जो अपने खेतों में पराली जलाएंगे, उन्हें उपरोक्तानुसार चिह्नित करते हुए आगामी तीन वर्षों के लिए कृषि विभाग की किसी भी योजना का कोई लाभ नहीं दिया जाएगा। बैठक के दौरान यह भी निर्देश दिया गया कि प्रखंडों के वरीय पदाधिकारियों, प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं अंचलाधिकारियों को भी ऐसे किसानों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए निर्धारित प्रावधान से अवगत कराने हेतु बैठक की कार्यवाही की प्रति भेजी जाए, ताकि व्यापक रूप से लोगों बीच जागरुकता फैलाई जा सके एवं पराली जलाने पर रोक लगाई जा सके। बैठक में अपर समाहर्ता रमण कुमार सिंहा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता, जिला कृषि पदाधिकारी जयराम पाल, परियोजना निदेशक, आत्मा, निदेशक डीआरडीए मृत्युंजय कुमार, वनों के क्षेत्र पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी मोतीउर रहमान, जिला सहकारिता पदाधिकारी संतोष कुमार झा, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी रवि रंजन राकेश एवं कार्यक्रम समन्वयक कृषि विज्ञान केन्द्र भगवानपुर हाट आदि पदाधिकारी मौजूद थे।