परवेज़ अख्तर/सिवान:
जिले में विधानसभा आम चुनाव 2020 की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिले में चल रही सभी प्रकार की गतिविधियों पर जिला प्रशासन से लेकर चुनाव आयोग द्वारा पैनी नजर रख रहा है। चुनाव आयोग द्वारा शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए गाइडलाइन भी जारी किया गया है। विधानसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया में किसी भी नेता या राजनीतिक पार्टी के बारे में भ्रम फैलाना महंगा पड़ सकता है। सोशल मीडिया पर झूठी व भ्रामक सूचनाओं से मतदाताओं को नहीं बरगलाया जा सकता है। इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा भी मुकम्मल व्यवस्था की गई है।जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर हो रहे दुष्प्रचार का जवाब चुनाव आयोग व जिला प्रशासन की वेबसाइट पर जारी फैक्ट चेक के लिक से दिया जाएगा। इससे कोई भी मतदाता किसी भी खबर या पोस्ट की सच्चाई चुनाव आयोग अथवा जिला प्रशासन के फैक्ट चेक के लिक पर जाकर पता कर सकेगा।
भ्रामक खबरों का त्वरित रूप से किया जाएगा खंडन
इस व्यवस्था के बाद राजनीतिक दलों व उनके समर्थकों के लिए किसी भी प्रत्याशी के संबंध में भ्रामक व्यक्तिगत पहचान, जानकारी या आरोप लगाना कठिन हो जाएगा। इस तरह की शिकायत मिलने पर आयोग उस पोस्ट से संबंधित फैक्ट चेक प्रसारित करेगा और सोशल मीडिया पर गलत सूचना प्रसारित करने या गलत पोस्ट डालने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यहीं नहीं फैक्ट चेक लिक के माध्यम से सोशल मीडिया पर प्रसारित या पोस्ट किए गए भ्रामक खबरों का खंडन भी त्वरित रूप से किया जाएगा। इस लिक के जरिए आयोग किसी भी खबर पर अपना रुख स्पष्ट करेगा और मतदाता को खबर या पोस्ट की सच्चाई पता चल सकेगी। क्या कहते हैं जिम्मेदार : सभी मामलों में जिला प्रशासन की तैयारियों को पुख्ता करने के लिए टीम का गठन भी किया गया है। सोशल मीडिया पर भ्रामक व गलत पोस्ट डालने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा भ्रामक खबरों का वेबसाइट के माध्यम से त्वरित खंडन भी किया जाएगा।
अनिल कुमार तिवारी, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी, सिवान