परवेज अख्तर/गोपालगंज :- गंडक नदी का जलस्तर विगत एक सप्ताह से बढ़ रहा था। लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारी बांध को सुरक्षित बताने व निरीक्षण करने में लगे रहे,अगर अधिकारी व बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा पहले ही कदम उठा लिया जाता तो शायद आज यह दिन देखना नही पड़ता।गुरुवार की रात रिग बांध में रिसाव शुरू होने के बाद जिले के वरीय अधिकारियों की टीम गांव में पहुंच कर लोगों से ऊंचे स्थान पर जाने की अपील किया। इससे लोगों में गुस्सा भी देखने को मिला।
बरौली प्रखंड के देवापुर पूर्वी टोला गांव के रामायण प्रसाद, मनोहर प्रसाद ,नगीना शर्मा,सोनू कुमार,राजेश्वर सिंह धर्मनाथ प्रसाद आदि ने कहा कि जिला प्रशासन के सभी दावे खोखले हैं। जिला प्रशासन ने पहले बांध बचाने का विश्वास दिलाया था। फिर बांध टूटा तो सबको सुरक्षित निकालने का भरोसा दिया गया। लेकिन जब बाढ़ का सामने आया तो प्रशासन का दावा फेल दिख रहा है। एनडीआरफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाल रही है।
लेकिन एनडीआरफ की टीम एक समय में दस से बीस लोगों को ही निकाल पा रही है। जिला प्रशासन की तरफ से अब तक नाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। जैसे तैसे लोग अपने परिवार के साथ पानी के बीच से होकर गांव से बाहर निकल रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा नाव की भी व्यवस्था नही की जा सकी है जबकि बहुत दिनों से नाव उप्लवद्ध कराने की बात की जा रही है जो अभी तक पूरा नही हो सका।