परवेज अख्तर/सीवान: रेड क्रॉस सोसाइटी परिसर में हो रहे निजी निर्माण पर स्थानीय प्रशासन ने रोक लगा दिया. प्रशासन का कहना है कि इस भूमि पर तकरीबन 40 से 50 वर्ष पहले से ही रेड क्रॉस सोसाइटी की भवन बनी हुई है और इस भूमि पर रेड क्रॉस सोसाइटी का कब्जा है. लेकिन वही भू मालिक का कहना है कि यह में जमीन मेरे पूर्वजों की है और मेरे पास इस जमीन के सारे कागजात मौजूद हैं बावजूद इस निजी निर्माण कार्य को प्रशासन द्वारा रोक दिया गया. बताते चलें कि भू मालिक ने स्थानीय सीओ को अपने दस्तावेज के अनुसार भूमि की माफी के लिए गुहार लगाई थी. जिसके बाद स्थानीय सीओ के आदेश पर जमीन की मापी की गई थी.
जिसके बाद जब भू मालिक द्वारा गुरुवार को रेड क्रॉस सोसाइटी के परिसर में अपने जमीन पर कब्जा कि जा रही थी तब तक रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव रत्नेश सिंह ने आपत्ति जताते हुए इसे रोक लगाने की बात कही और उन्होंने रोक लगाते हुए कहा कि यदि यह जमीन का मापी हो चुका है और यह मेरे परिसर के अंदर है तो आपको परमिशन मिला है तो उसका पत्र हमको भी दीजिए कि इस परिसर में इतना भूमि आपके कब्जे में है और इसे आप छोड़िए. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इस संस्था का पदेन अध्यक्ष जिला अधिकारी होते हैं और उनके द्वारा हमें कोई पत्र नहीं मिला है कि संस्था के अंदर इतना जमीन दूसरे का है और इसे आपको छोड़ना है .जिसको लेकर मैंने आपत्ति जताई कि हमें आप पत्र दें जिसके बाद अपना काम करवाएं .वही भू मालिक डॉक्टर शरीक ने कहा कि यह जमीन मेरी पुश्तैनी जमीन है.
जो रेड क्रॉस के कब्जे में है और कई बार रेडक्रॉस द्वारा इस जमीन की पेपर की मांग किया गया था .लेकिन पेपर देने में असमर्थ रहा .फिर हम लोगों ने मापी का समय भी दिया और सीओ से रिपोर्ट मांगी तो सर्वे नंबर के आधार पर रिपोर्ट मिला की जमाबंदी आपके नाम पर है. उन्होंने यह भी कहा कि यहां पर मेरा 12 कट्ठा कुछ धुर जमीन है. जिसके बाद इसकी सूचना रेड क्रॉस अधिकारियों द्वारा स्थानीय एसडीएम और एसडीपीओ को दी गई और दोनों पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कार्य को बंद करा दिए और संध्या में एक मीटिंग के दौरान इस पर चर्चा करने की बात कहते हुए पेपर की मांग किया.