- राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र लिखकर दिया निर्देश
- किशोर स्वास्थ्य सेवाओं को शुरू करने के लिए सभी सिविल सर्जन को दिया निर्देश
- आशा कार्यकर्ता घर-घर किशोर-किशोरियों को देंगी आयरन की गोली
छपरा: वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आरएमएनसीएच+एन के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला लिया है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर जिले के सिविल सर्जन को निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि आरएमएनसीएच+एन के अंतर्गत राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत राज्य के विभिन्न् जिलों में विभिन्न अवयवों पर लाभार्थियों को सेवाओं के लिए संचालित है। जिसमें युवा क्लिनिक, सप्ताहिक आयरन फॉलिक एसिड सप्लिमेंट पीयर एजुकेटर मुख्य है। कोविड-19 महामारी के दौरान किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम लाभार्थियों तक पहुंचाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। जिसको ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा आरएमएनसीएच+एन के सभी कार्यक्रमों के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सेवाएं उपलब्ध करायी जायेगी। विद्यालय जाने वाले किशोर-किशोरियों व विद्यालय नहीं जाने वाले किशोर-किशोरियों को आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर आयरन की गोली उपलब्ध करायेंगी। युवा क्लिनिक को भी फिर संचालित किया जायेगा।
संचालित होगा युवा क्लिनिक
पत्र में निर्देश दिया गया है कि जिले में संचालित युवा क्लिनिक का संचालन प्रशिक्षित चिकित्सक, एएनएम, आरएमएनसीएच+एन के काउंसलर के द्वारा किया जायेगा। इस दौरान कोविड-19 महामारी से बचाव एंव अन्य दिशा-निर्देशों का पालन किया जायेगा। पूर्व की तरह प्रत्येक माह के 10 तारीख तक जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा इसका रिपोर्ट राज्य स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
सप्ताहिक आयरन फॉलिक एसिड अनूपुरण कार्यक्रम
विद्यालय जाने वाले तथा विद्यालय नहीं जाने वाले किशोर-किशोरियों को आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर आयरन की गोली उपलब्ध करायी जायेगी। इसको लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अपने प्रखंड में उपलब्ध आईएफए गोली अथवा आवश्यकता आंकलन कर जिला भंडार या बीएमएसआईसीएल से समन्वय स्थापित कर ब्लू आईएफए की गोली अपने भंडार, स्वास्थ्य केंद्रों पर एएनएम को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। आशा की जिम्मेदारी होगी कि वह अपने पोषक क्षेत्र में शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से प्रति किशोर-किशोरियों को प्रथम चरण में आई स्ट्रीप्स 15 गोली देने के लिए आंकलन कर एएनएम से मांग करेंगी। एएनएम अपने कार्यक्षेत्र के सभी मांग पत्र को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को देंगी। उसके बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मांग के अनुरूप सभी उपस्वास्थ्य केंद्र स्तर तक ब्लू आईएफए की गोली उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
स्कूल नहीं जाने वाले किशोर-किशोरियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देंगी आयरन की गोली
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पूर्व की तरह अपने पोषक क्षेत्र के किशोरियों की सूची अनुसार छह महीने की गोली का आंकलन कर अपने सुपरवाइजर को देंगी। सुपरवाईजर सभी मांग पत्र को सीडीपीओ कार्यालय को सौंपेंगी। सीडीपीओ कार्यालय आवश्यकता अनुसार मांग पर एमओआईसी को देंगे। जिसके बाद सभी आंगनबाड़ी केंद्रों तक सुपरवाईजर के माध्यम से आयरन की गोली उपलब्ध कराया जायेगा। 10 से 19 वर्ष अथवा कक्षा 6 से 12वीं तक विद्यालय नहीं जाने वाली किशोरियों को पूर्व की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर आई स्ट्रीप्स आईएफए ब्लू गोली (15) उपलब्ध करायेंगी तथा खाने की विधि को विस्तार से बतायेंगी। यह व्यवस्था तब तक रहेगी जब तक स्कूलों में पूर्व की तरह संचालित नहीं हो जाये। लॉकडाउन अथवा सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने के लिए जब तक आपेक्षित है तब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विद्यालय नहीं जाने वाले किशोर-किशोरियों को आयरन की गोली उपलब्ध करायेंगी। यह बताया जायेगा कि सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को नीली गोली ताजा पानी के साथ खाना खाने के बाद लेना है।
बरतनी होंगी ये सावधानियां
- आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आईएफए नीली गोली के समान्य दुष्प्रभावों को जैसे मतली इज्यादि को रोकने के लिए मुख्य भोजन (दोपहर) के एक घंटे बाद निश्चित दिवस यानी प्रत्येक बुधवार को सेवन करने की सलाह देंगी
- किसी भी लाभार्थियों को गोली के सेवन करने से अनचाहे मतली इत्यादि होती है तो उनको रात के खाने के बाद आईएफए की खुराक का सेवन करना चाहिए
- असहज महसूस करने पर ओआरएस दिया जाय अथवा एएनएम या एमओआईसी को सूचित किया जाना चाहिए
- दूध, कॉफी या कैल्शियम सप्लीमेंट के साथ आईएफए का सेवन नहीं करें ये अवशोषित होने वाले लौह की मात्रा को कम कर सकती है
- सलाह दी जानी चाहिए कि आईएफए का सेवन नीबू पानी के साथ कर सकते हैं इससे लौह तत्व का अवशोषण अच्छी तरीका से होगा
- मल के काले पड़ने जैसी घटना समान्य है, कुछ लोग मतली, उलटी और पेट में दर्द जैसे हल्के असुविधा का अनुभव कर सकते हैं। ऐसे में घबराना नहीं चाहिए
- किसी भी आपात स्थिति में 104 टॉल फ्री नंबर पर फोन कर प्रतिकूल घटना की सूचना दे कर चिकित्सक से सलाह ले सकते है