- मृतक जागेश्वर अपने भाई एवं भतीजे की करीब 6 वर्ष पूर्व में बक्सा की दुकान में घुसकर की थी निर्मम हत्या
- मृतक जागेश्वर ने बक्से की दुकान में घुसकर भाई कामेश्वर प्रसाद अग्रवाल तथा भतीजा संजय प्रसाद अग्रवाल को दोनाली गन से गोली मार उतारा था मौत के घाट
- बक्सा दुकानदार दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल ने बदला चुकाने के लिए नौकर बनाकर रखा था दक्षिण टोला का रहने वाला आफाज अली को
- दिव्यांग बक्सा दुकानदार गुड्डू अग्रवाल के भाई एवं भतीजा की हुई थी हत्या
- बाद में पैसे के प्रभाव से दोहरे हत्याकांड का हो गया था सुलह समझौत
- कुछ दिन पूर्व मृतक जागेश्वर शराब पीने के जुल्म में गया था जेल
- सिवान एसपी अभिनव कुमार ने कहा कि जल्द ही कर ली जाएगी घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी
परवेज अख्तर /एडिटर इन चीफ:
आजकल के दौर में अधिकांश लोग किसी का नमक चख कर पल भर में बदल जाते हैं,लेकिन अभी भी इस दुनिया में नमक खाकर किसी के साथ वफादारी पूर्वक खड़ा रहना अपने आप में एक बहुत हीं बड़ी बात होते जा रही है।नमक खाकर अपनी वफादारी कायम रखने का एक जीता जागता उदाहरण सिवान शहर में शुक्रवार को देखने को मिला की जहां एक दुकान में खा पीकर काम करने वाले नौकर ने अपने मालिक के भाई एवं भतीजे की हुई निर्मम हत्या के प्रतिशोध में नमक का शरीयत अदा करते हुए गोली मारने वाले व्यक्ति को मौका पाते ही गोली मार मौत के घाट उतार दिया।यह घटना नगर थाना क्षेत्र के व्यस्तम इलाका कसेरा टोली मोड़ के समीप की है।जहां चर्चित बक्सा व्यवसाई दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल के भाई कामेश्वर प्रसाद अग्रवाल एवं भतीजा संजय प्रसाद अग्रवाल की 6 वर्ष पूर्व, दुकान में घुसकर हुई निर्मम हत्या के प्रतिशोध में दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल के बक्सा के दुकान में काम करने वाले शहर के दक्षिण टोला निवासी अख्तर अली का बेटा आफाज अली ने अपने सहयोगियों संग मिलकर अपने मालिक दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल के भाई सह सिवान शहर का चर्चित सिलाई मशीन व्यवसाई जागेश्वर को गोलियों से भुन कर निर्मम हत्या कर डाली.
घटना को अंजाम देने के बाद आफाज अली व एक अन्य आराम से हथियार लहराते हुये भाग निकले.मृत व्यवसाई जागेश्वर प्रसाद अग्रवाल उर्फ मुन्ना अग्रवाल है जो नगर थाने के कागजी मोहल्ला दलदरी निवासी स्व.गणेश प्रसाद अग्रवाल का पुत्र थे.मृतक जागेश्वर प्रसाद अग्रवाल जो अपने सगा भाई कामेश्वर प्रसाद अग्रवाल तथा भतीजा संजय प्रसाद अग्रवाल को करीब 6 वर्ष पूर्व बक्सा की दुकान में घुसकर दोनाली गन से गोली मार निर्मम हत्या कर डाली थी।इस घटना में जागेश्वर प्रसाद अग्रवाल जेल भी गए हुए थे लेकिन पैसे के बल पर इस दोहरे हत्याकांड में सुलह समझौता लग गया था.जिस कारण वे कुछ दिनों तक जेल में रहने के बाद जेल से बाहर निकल आए थे.यहां गौर करने की बात है कि जिस बक्सा व्यवसाई दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल के भाई एवं भतीजे की हत्या हुई थी उसी समय में दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल ने कसम खा ली थी कि इसी तरह आपकी भी निर्मम हत्या करवा कर अंतिम सांस लूंगा।
उसी समय दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल ने अपने बक्सा की दुकान में शहर के दक्षिण टोला निवासी अख्तर अली का बेटा आफाज अली व एक अन्य को अपने बक्सा के दुकान में नौकर के रूप में रख लिया।जहां दोनों नौकरों ने मिलकर अपने मालिक दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल के 6 वर्ष पूर्व में हुई भाई एवं भतीजे की निर्मम हत्या के प्रतिशोध में घटना को अंजाम देने वाले जागेश्वर प्रसाद उर्फ मुन्ना अग्रवाल को मौका पाते ही गोलियों से भून डाला।यहां बताते चले कि आफाज अली अपने मालिक दिव्यांग गुड्डू अग्रवाल का सबसे होनहार नौकर था और उसका खाना पीना अपने मालिक के घर ही होता था।उधर इस संदर्भ में एसपी अभिनव कुमार ने मोबाइल फोन पर बताया कि मृत व्यवसाई अपने भाई एवं भतीजे की करीब 6 वर्ष पूर्व हुयी हत्या के मामलें में जेल जा चुका है.इस पर भाई एवं भतीजे की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगा था.उन्होंने बताया कि अपराधियों की पहचान हो चुकी है.
उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.घटना के संबंध में बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम करीब चार बजे जागेश्वर प्रसाद अग्रवाल अपने गणेश मार्केट स्थित दुकान के पास बैठकर तास खेल रहें थे.इसी दौरान पैदल दो व्यक्ति आये तथा अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दिया.उसके बाद दोनों अपराधी आराम से हथियार लहराते हुये निकल गये.सूचना मिलते ही नगर इंस्पेक्टर जय प्रकाश पंडित घटना स्थल पर पहुंचे तथा घायल जागेश्वर प्रसाद अग्रवाल को उपचार के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया.लकिन सदर अस्पताल पहुंचने के पहले उसकी मौत हो गयी.
उधर सदर अस्पताल परिसर में मृतक के पुत्र शिवम कुमार के फर्द बयान के आधार पर नगर थाना पुलिस द्वारा एक नामजद प्राथमिकी दर्ज की है।दर्ज प्राथमिकी में दक्षिण टोला निवासी अख्तर अली का बेटा आफाज अली समेत एक अन्य को नामजद किया गया है।एसपी अभिनव कुमार ने बताया कि हत्या का कारण पुरानी रंजिश है या कुछ और है. पुलिस सभी बिंदु पर जांच कर रही है.इधर व्यवसाई की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था.इस घटना को लेकर पूरे सिवान शहर में तरह-तरह के अटकलों का बाजार गर्म है.उधर एसपी अभिनव कुमार के निर्देश के आलोक में एक एसआईटी टीम का गठन कर घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।