पटना: ब्राह्मणों को गाली देने के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी राजनीतिक रूप से घिर गए हैं। जहां भाजपा और राजद की तरफ से उनकी सोच पर सवाल उठाए हैं। वहीं अब चिराग पासवान ने भी मांझी के बयान पर नाराजगी जाहिर की है। चिराग पासवान ने मांझी को बयान को पूरी तरह से गलत करार दिया है।
चिराग ने कहा कि आप किसी धर्म को नहीं मानते, किसी त्योहार को नहीं मानते, यह आपका व्यक्तिगत मामला हो सकता है, लेकिन किसी जाति धर्म को गालियां देना कहीं से भी शोभा नहीं देता है। वह भी तब जब आप राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हों। जो लोग आस्था रखते हैं, उन्हें आप ऐसे ठेस नहीं पहुंचा सकते हैं।
चिराग ने कहा कि अफसोस इस बात का है बिहार को हमेशा से ही जात पात के नाम पर बांटने की कोशिश की जाती रही है। मांझी भी वही कर रहे हैं। बिहार सरकार की तख्ता पलट की मांझी द्वारी दी गई धमकी को लेकर चिराग ने कहा वह किसको धमकी दे रहे हैं यह समझा जा सकता है। अगर कोई गठबंधन इतना बेमेल हो कि गठबंधन का एक सहयोगी दूसरे को तख्ता पलट की धमकी देता है, सरकार गिराने की धमकी देता है, तो यह बताता है कि इनमें कोई वैचारिक समानता नहीं है। सिर्फ सत्ता की लालच में एक दूसरे के साथ हैं।
जमुई से सांसद चिराग पासवान ने कहा मैं नए समय का लड़का हूं। पढ़ा लिखा हूं। जानता हूं कि जात पात की राजनीति कितनी खतरनाक होती है। मेरे लिए सिर्फ दो ही प्रकार की जातियां है, अमीर और गरीब। और किसी जाति को मैं नहीं मानता हूं। आज बिहार में एक मुट्ठी भर लोग अमीर होते जा रहे हैं और गरीब गरीब होता जा रहा है। इसे दूर करने की कोशिश होनी चाहिए।