राजनीति में कब क्या हो जाएं यह कहां नही जा सकता है पर तरैया से राजद को विधायक पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार साबित हो सकती है प्रियंका
✍️ परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सारण के जिला परिषद चुनाव में एक नए तरह का प्रयोग देखने को मिला है। यहां राजद समर्थित जयमित्रा देवी अध्यक्ष निर्वाचित हुईं तो भाजपा समर्थित प्रियंका सिंह उपाध्यक्ष चुनी गईं। लेकिन बड़ी बात यह है कि प्रियंका सिंह के उपाध्यक्ष बनते ही राजद उन्हें अपनी ओर करने में कामयाब रहा। प्रियंका सिंह ने जीत के बाद दिन में महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के हाथों मिठाई खाई, तो फिर शाम ढलते-ढलते नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात करने भी पहुंच गईं।बताया जा रहा है कि नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह पूर्व में राजद की सक्रिय नेत्री रही हैं।
सारण एकमात्र ऐसा जिला रहा, जहां अलग-अलग पार्टियों के समर्थित सदस्य अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए थे। ऐसे में उन्हें वापस राजद की ओर लौटाने से यह समीकरण पूर्ववत ही रहा। इस पूरे घटनाक्रम में मढ़ौरा से राजद विधायक जितेंद्र राय की महत्वपूर्ण भूमिका सामने आ रही है।राजपूत और यादव बहुल सारण जिला परिषद में 14 सदस्य यादव और 12 सदस्य राजपूत जाति से निर्वाचित हुए हैं। अध्यक्ष पद के लिए यादव जाति के 12 तथा राजपूत जाति के 7 सदस्यों ने मतदान किया था। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए यादव जाति के 12 तथा राजपूत जाति के 6 सदस्यों ने मतदान किया।