औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद जिले में मंगलवार को चुनाव में हारने के बाद महिला मुखिया प्रत्याशी ने जमकर हंगामा किया. शहर के किशोरी सिन्हा महिला महाविद्यालय में दाउदनगर के 15 पंचायतों के लिए चल रहे मतगणना के बाद जब मुखिया पद के विजयी प्रत्याशियों के जीत की घोषणा की जा रही थी, उसी वक्त एक प्रत्याशी अपने हार की घोषणा पर हंगामा शुरू कर दिया. इस हंगामे के दौरान उसने अनुमण्डल पदाधिकारी से लेकर बीडीओ तक पर कई संगीन आरोप लगाते हुए मतदान दोबारा कराने की मांग की.
पुलिसकर्मियों की बातों को किया अनसुना
हारी हुई महिला प्रत्याशी के हंगामे को देखते हुए महिला पुलिसकर्मियों ने उसे हंगामा करने से रोका. मगर उसके सामने किसी भी पुलिसकर्मी की नहीं चली. पराजित हुई महिला प्रत्याशी नीतू देवी दाउदनगर के दबगर टोली की रहने वाली है और उसने शमशेर नगर पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ा था. आज मतगणना के बाद शमशेर नगर से अमृता देवी की जीत की घोषणा हुई. अमृता देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मीना देवी को 622 मतों से पराजित किया है.
अमृता देवी को 1951, तो मीना देवी को 1329 मत प्राप्त हुए. वहीं, नीतू देवी 1085 मत प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहीं. लेकिन नीतू देवी ने आरोप लगाया कि वह 1085 मतों से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि उन्हें पूरा विश्वास है कि मतदाता उनके साथ धोखा नहीं कर सकते. उसके द्वारा प्राप्त मत को उपविजेता का मत बता दिया गया. वास्तविक उप विजेता उसे होना चाहिये न कि मीना देवी को.
पराजित महिला नीतू देवी मतगणना परिसर में काफी देर तक हंगामा करती रही. हालांकि बाद में वरीय अधिकारियों द्वारा उन्हें शांत कराया गया. महिला ने इस मामले को चुनाव आयोग तक ले जाने की बात कही है.