पटना: बिहार में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नालंदा में जहां जहरीली शराब से 13 लोगों की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि सारण में छह लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गयी है। सारण के मकेर थाना क्षेत्र में 6 लोगों की संदेहास्पद मौत के बाद परिजन जहां शराब पीने से मौत का दावा कर रहे हैं तो वहीं पुलिस व प्रशासन शराब से मौत की बात से इनकार कर रहे हैं।
बिहार में शराबबंदी के बाद भी इसके सेवन से होनेवाली मौतों का सिलसिला रुकता हुआ नजर नहीं आ रहा है। बीते सप्ताह नालंदा के सोहसराय में 15 लोगों की शराब से मौत के मामले में अब तक सरकार की किरकिरी कम भी नहीं हुई थी, कि एक बार फिर से ऐसी ही घटना हो गई है। अंतर इतना है कि इस बार मामला नालंदा की जगह सारण जिले से जुड़ा है। जहां अमनौर और मकेर थाना क्षेत्रों में जहरीली शराब पीने से अब तक छह लोगों की जान चली गई है। वहीं तीन लोगों की आंख की रोशनी जाने की बात सामने आयी है।
इस बात का खुलासा दो मरने वालों के परिजन और एक अस्पताल में भर्ती व्यक्ति ने किया है। मकेर में दो लोगों की मौत शराब पीने के दिन ही हुई थी। एक की मौत मकेर में हुई थी और दूसरा सीवान जिला अपने घर जाने के बाद मरा है। अगले दिन दो अमनौर और दो मकेर में अलग-अलग समय में दम तोड़ दी। इसमें अमनौर के मरने वाले दोनों के परिजन ने कहा है कि उनके मरने व्यक्ति शराब पीकर घर आये थे अचानक खून की उल्टी होने लगी और अस्पताल ले जाते दम तोड़ दिये।
शराब के सेवन से मरने वालों में अमनौर के नरसिंह भान पुर गांव के 1.राम नाथ राय 55 वर्ष,परमानन्द छपरा गांव के 2. कृष्णा महतो उर्फ टूना महतो 45 वर्ष,बसंतपुर बंगला गांव के 3. ईशा मिया 52 वर्ष,वहीं परमानन्द छपरा गांव के पलटन महतो की आखों की रोशनी गायब है। इनका उपचार मुजफ्फरपुर में कराया जा रहा है।