लकड़ी नबीगंज से लौटने के बाद बसंतपुर में बोले विजय कुमार सिन्हा की नीतीश कुमार के नियत में हीं खोट है

0
  • सूबे को लोगों ने दिया जनादेश पर नीतीश ने किया अपमान
  • जहरीली शराब से हो रही मौत में सरकार के तंत्र ही हैं शामिल

✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है.क्योंकि सूबे के मुखिया की नीयत में ही खोट है.शराबबंदी नीति की पूरी समीक्षा होनी चाहिए.यह बातें बसंतपुर मुख्यालय के गांधी आश्रम में बाला गांव से लौटने के बाद नेता प्रतिपक्ष विधानमंडल विजय सिन्हा ने प्रेसवार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से हो रही मौतें नरसंहार है.क्योंकि इसमें सरकार के तंत्र ही शामिल हैं. आज बिहार का शासन गुंडाराज में बदल गया है. नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार आज धृतराष्ट्र की भूमिका में हैं. सीएम व डिप्टी सीएम को आज कुछ भी नजर नहीं आ रहा. उन्होंने गृहसचिव अमीर सुबहानी पर भी निशाना साधा. कहा कि सीएम नौकरशाहों को सह दे रहे हैं. घटना होने पर करवाई व फिर तुरंत ही अच्छी जगह पोस्टिंग करना समझ से परे है. उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ ही रहने पर सूबे को लोगों ने जनादेश दिया.जिसका उन्होंने अपमान किया.

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

WhatsApp Image 2023 01 24 at 9.49.06 PM

अब शराब के मुद्दे पर पार्टी सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ सीएम को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर देगी. चुनौती देते हुए कहा कि अगर सीएम को खुद पर भरोसा है तो इस्तीफा खुद से देकर एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरें. उन्हें बिहार की जनता औकात बता देगी.इससे पहले नेता प्रतिपक्ष लकड़ी नबीगंज ओपी क्षेत्र के बाला गांव पहुंच मृतकों के परिजनों से मिले.उन्हें दिलासा दी व हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया.मौके पर विधायक देवेशकांत सिंह, कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह, कुसुम देवी, रामप्रवेश राय, जनक चमार, अरुण सिन्हा, जिलाध्यक्ष संजय पांडेय, पूर्व एमएलसी मनोज सिंह, बसंतपुर पार्टी मंडल अध्यक्ष रंजीत प्रसाद, महामंत्री नन्हे ठाकुर, शशांक शेखर उर्फ राजन सिंह, अमरनाथ शर्मा, राजीव कुमार सिंह उर्फ छोटे बाबू, पुष्पेन्द्र पांडेय, यशवंत सिंह, कनवरलाल प्रसाद, संचय भारद्वाज उर्फ सोनू सिंह, संजय पांडेय, कमलेश कुमार, राघो प्रसाद, रामेश्वर मांझी समेत अन्य मौजूद थे.