पटना: आम आदमी की बात छोड़िए माननीयों के पत्र पर भी सरकारी अधिकारियों के कान पर जूं नहीं रेंगता। भले ही बीजेपी विधायकों की वजह से नीतीश सरकार टिकी है लेकिन भाजपा विधायकों के पत्र पर अफसर संज्ञान नहीं लेते। हालांकि भाजपा विधायकके तल्ख तेवर के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है और जिलाधिकारी ने बैठक बुलाने का पत्र जारी किया है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता व विधायक नीतीश मिश्रा ने अपने क्षेत्र की एक समस्या को लेकर मुख्य सचिव से लेकर डीएम तक पत्र लिख समस्या समाधान की दिशा में ध्यान आकृष्ट कराया। लेकिन अफसरों के कान पर जूं नहीं रेंगा.विवश होकर पूर्व मंत्री सह बीजेपी विधायक नीतीश मिश्रा 23 फऱवरी को एसडीओ के समक्ष धरना देने का ऐलान कर दिया। इसके बाद जिला प्रशासन नींद से जागा और डीएम ने पत्र जारी कर आनन-फानन में बैठक बुलाई है .मधुबनी के डीएम ने 10 फऱवरी को पत्र जारी कर 12 तारीख को बैठक बुलाई है। मधुबनी डीएम अमित कुमार ने अपने पत्र में कहा है कि झंझारपुर आरएस बाजार एवं कैथिनीया रेलवे गुमटी अंडर पास के पास जलजमाव की समस्या पर विचार-विमर्श के लिए बैठक बुलाई गई है. बैठक 12 तारीख को समाहरणालय सभाकक्ष में होगी. बैठक में शामिल होने के लिए अपर समाहर्ता मधुबनी, मुख्य अभियंता पूर्व मध्य रेलवे, उप मुख्य अभियंता निर्माण मुजफ्फरपुर, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर, कार्यपालक अभियंता, झंझारपुर एसडीओ, एसडीपीओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद और प्रखंड प्रमुख को बुलाया गया है।
पूर्व मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के विधायक नीतीश मिश्रा 23 फरवरी को विवश होकर धरना पर बैठने का ऐलान किया था। इस संबंध में उन्होंने मधुबनी के डीएम को पत्र लिखा. बीजेपी के झंझारपुर से विधायक ने अपने पत्र में कहा था कि रेलवे स्टेशन क्षेत्र में वर्ष-2016 के बाद आमान परिवर्तन कार्य से आए बदलाव की वजह से जलजमाव होता है. अभी तक इसका स्थाई निदान नहीं मिल सका. मेरे प्रयास से 26 जुलाई 2019 को झंझारपुर अनुमंडल कार्यालय में डीएम की अध्यक्षता में जलजमाव के निदान के लिए रेलवे के साथ जॉइंट बैठक हुई थी. मीटिंग में निर्णय के अनुसार रेलवे पदाधिकारियों ने दिसंबर 2020 में कार्य पूर्ण कर दिया है. शेष कार्य स्थानीय प्रशासन को निष्पादित करना था. लेकिन प्रशासन ने अपने जिम्मे का काम नहीं किया।
झंझारपुर रेलवे स्टेशन क्षेत्र में जलजमाव जैसी गंभीर समस्या के स्थाई निदान के लिए हमने मुख्य सचिव बिहार एवं मधुबनी डीएम को भी पत्र दिया. लेकिन अभी तक इस दिशा में स्थानीय प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की. पिछले वर्ष की बरसात में इस क्षेत्र की भयावह स्थिति हो गई थी। आगामी बरसात में आने में केवल 4 महीना शेष है. झंझारपुर रेलवे स्टेशन क्षेत्र में अनेक व्यवसायिक प्रतिष्ठान, सरकारी कार्यालय, बैंक एवं बड़ी आबादी है. जलजमाव जैसी गंभीर समस्या एवं आमजन को हो रहे कष्ट को देखते हुए मैं 23 फरवरी 2022 को झंझारपुर अनुमंडल कार्यालय परिसर में धरने पर बैठने का निर्णय लिया हूं।