पटना: बाढ़ के कारण पथ निर्माण विभाग के अधीन 158 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इन सड़कों को पहले की तरह बनाने में 200 करोड़ खर्च होंगे। पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा द्वारा अधिकारियों के साथ क्षतिग्रस्त सड़कों की समीक्षा के बाद इन्हें जल्द से जल्द ठीक करने का निर्णाय लिया गया है। तय हुआ कि छठ पर्व के एक महीने की समय सीमा में इन सड़कों को दुरुस्त कर लिया जाएगा। समीक्षा बैठक में यह उभरकर आया कि 158 सड़कों पर बाढ़ का पानी चढ़ा। इनमें से 45 सड़कों पर अभी भी आवागमन बाधित है। राज्य में लगभग 340 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इन सड़कों को अस्थाई तौर पर दुरुस्त करने में 48 करोड़ 73 लाख रुपए खर्च होंगे। वहीं, इन सड़कों को पूर्व की तरह बनाने में 148 करोड़ 91 लाख खर्च होंगे। मंत्री ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप सड़क से पानी उतरते ही अस्थायी तौर पर सड़कों की मरम्मत शुरू हो जाएगी।
इन सड़कों को अविलंब करें दुरुस्त, विभागीय मंत्री
सड़कों को आवागमन के लायक बनाने के लिए एजेंसी कार्यरत है। जबकि छठ पूजा के एक महीने के अंदर सभी क्षतिग्रस्त सड़कों को स्थायी तौर पर दुरुस्त कर लिया जाएगा। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। राज्य में कहीं भी किसी प्रमुख पथ पर आवागमन प्रभावित नहीं हुआ है। मात्र भागलपुर-पीरपैंती एनएच 80 पर आवागमन कठिन है। क्योंकि, इस सड़क में नुकसान ज्यादा हुआ है। इस सड़क को भी 10 दिनों के भीतर चलने लायक बना दिया जाएगा। मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि वे हर रोज क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत की समीक्षा करें। सड़कों को अविलंब दुरुस्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है।