परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के जीरादेई थाना क्षेत्र के अकोल्ही गांव में दो लोगों के बीच आपसी विवाद चल रहा था। इसको लेकर तीन बाइक पर सवार नौ लोग एक पक्ष की ओर से पहुंचे थे। अनहोनी की घटना की आशंका को देखते हुए ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष दलबल के साथ गुरुवार की रात्रि अकोल्ही पहुंच गए और बाइक से पहुंचे उक्त शरारती तत्वों को गिरफ्तार करने के बजाए छोड़ने लगे तथा पूरे गांव के ग्रामीणों को गाली देने लगे। इस पर ग्रामीण उग्र हो गए तथा पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस को अपनी जान बचा कर भागनी पड़ी। ग्रामीणों ने बताया कि अकोल्ही गांव के शैलेश राम तथा उमेश राम में पहले से विवाद था। शैलेश राम के घर शराती किस्म के नौ लोग तीन बाइक से सवार होकर आए थे और वे उमेश राम को गाली गलौज तथा जान से मारने की धमकी दे रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि सभी लोग नशे में थे। मौके को भांपते हुए ग्रामीणों ने इसकी सूचना थानाध्यक्ष सुनील कुमार को दी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष दलबल के साथ वहां पहुंच गए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष द्वारा शरारती तत्वों द्वारा बचाने के बजाए शरारती तत्वों को छोड़ने में लग गए, जिस पर ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। ग्रामीणों के विरोध करने पर थानाध्यक्ष पूरे गांव वालों को गाली देने लगे जिस पर ग्रामीण उग्र हो गए तथा पुलिस पर पथराव करने लगे। ग्रामीणों की उग्रता देख थानाध्यक्ष भाग खड़े हुए। पुलिस को भागते देख उक्त शरारती तत्व में अपनी बाइक छोड़ फरार हो गए। ग्रामीणों ने बाइक को अपने कब्जे में लेकर सुबह पुलिस को सौंप दिया। इस संबंध में थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि घटना के सूचना मिलने पर पुलिस वहां गई थी। कुछ ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किए हैं। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से थाने में आवेदन दिया गया है लेकिन समाचार प्रेषण तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी।
विवाद सुलझाने पहुंची जीरादेई पुलिस पर उग्र ग्रामीणों ने किया पथराव
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