परवेज अख्तर/सिवान : कोरोना को लेकर सरकार द्वारा शिक्षण संस्थानों को 11 अप्रैल तक एतियात के तौर पर बंद करने के बाद जहां निजी विद्यालय संचालकों में उबाल है, वहीं गुरुवार को एआईएसएफ से जुड़े छात्रों ने जेपी चौक पर विरोध जताया. इनका साथ निजी विद्यालय के संचालक व कोचिंग संचालकों ने दिया. 8 अप्रैल को असेंबली बम कांड की याद में सरकार से यथाशीघ्र स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग संस्थानों का खोलने की मांग की गयी. जेपी चौक पर प्रदर्शन के दौरान एआईएसएफ के जिलाध्यक्ष नीरज यादव ने कहा कि कोरोना के नाम पर एक तरफ सरकार जनता में डर का माहौल कायम कर स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग संस्थानों को बंद कर रही है, तो दूसरी तरफ बिहार में चुनाव खत्म होने के बाद अन्य पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. चुनाव में बड़ी बड़ी रैलियां होंगी, रोड शो होगा, तो फिर पढ़ाई क्यों बंद की जा रही है? सत्ताधारी भाजपा एवं जदयू अपने कार्यालयों में कोरोना प्रोटोकॉल के पालन किए बिना कैसे मीटिंग कर रहे हैं? एक तरफ सीबीएसई ने परीक्षा रोक दी, लेकिन बिहार बोर्ड की इंटर और मैट्रिक की परीक्षा हुई और रिजल्ट भी जारी किए गए. धड़ाधड़ परीक्षाएं हो रही है, लेकिन पढ़ाई एक साजिश के तहत बंद कर एक बड़े तबके को शिक्षा से महरूम रखना चाहती है, जिसे छात्र कभी स्वीकार नहीं करेंगे.
एआईएसएफ के जिला सचिव शशि कुमार ने कहा कि सरकार किसी भी सामाजिक आंदोलन को दबाने के लिए नित नए प्रपंच रच गाइडलाइंस जारी कर रही है. लेकिन युवा बिहार रोजगार को लेकर सरकार को बख़्शने के मूड में नहीं हैं. इसे एआईएसएफ भी स्वीकार नहीं करेगा. कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई कभी भी क्लास रूम पढ़ाई का विकल्प नहीं बन सकता. ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर बस खाना पूर्ति की जा रही है. फ्री इंटरनेट सुविधा के साथ लैपटॉप, टैबलेट या मोबाइल सरकार द्वारा मुहैया कराने की मांग करते हुए कहा कि बिना इसके सबको ऑनलाइन पढ़ाई कैसे दी जा सकती है? मौके पर एआईएसएफ के पूर्व नेता बदरे आलम, शिक्षक संजय, राजेश राय, आशुतोष यादव, अजय शर्मा, राजकमल, लालगेंद्र यादव, रोहन, आनंद मिश्र, सम्राट दुबे, गोविंद कुमार एवं अन्य छात्र एवं शिक्षक उपस्थित रहे.
प्राइवेट स्कूलों का संघ करेगा 12 ने अनशन
सरकार द्वारा निजी स्कूल सहित कोचिंग संस्थानों को बंद करने के बाद से ही इनमें काफी उबाल है. इसके तहत प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसियेसन के आह्वान पर सीवान इकाई 12 अप्रैल से गोपालगंज मोड़ स्थित अंबेडकर पार्क में अनशन की तैयारी में है. जिलाध्यक्ष प्रभातचंद्रा व सचिव शिवजी प्रसाद की माने तो सरकार यदि 12 अप्रैल से शिक्षण संस्थानों को खोलने की अनुमति नहीं देते है तो संघ मजबूर होकर अनशन करेगा, क्योंकि निजी विद्यालयों के पास इसके अलावे कोई विकल्प नहीं बचा है. उनका कहना है कि निजी विद्यालय से जुड़े लाखों लोगों के सामने भुखमरी की समस्या आन पड़ी है, इसको सरकार भी बखूबी समझ रही है. बावजूद इसके सरकार बार बार स्कूलों को बंद करने के नाम पर निशाना बना रही है. द्वय का कहना है कि यदि स्कूलों को बंद ही करना है तो सरकार निजी स्कूलों के लिये पैकेज की घोषणा करें.