परवेज अख्तर/सिवान : पूर्व मंत्री एवं स्वतंत्रता सेनानी सभापति सिंह की जयंती समारोह हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मलमलिया मोड़ स्थित उनके स्मारक परिसर में उप प्रमुख श्याम किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह की अध्यक्षता में मनाई गई। इस अवसर पर सभापति बाबू के चिकित्सक पुत्र डॉ. राज किशोर सिंह एवं पुत्र वधू लीली सिंह विशेष रूप से उपस्थित थीं। सभापति बाबू के प्रतिमापर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई तथा उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रखंड प्रमुख लखन मांझी ने कहा कि सभापति बाबू की जीवनी बड़ी ही अनुकरणीय है। सार्वजनिक जीवन जीने वाले हर किसी को सभापति बाबू के जीवन से सिख लेने की अपील की। शिक्षाविद् पीएन सिंह ने कहा कि सभापति बाबू अपने पूरे जीवनगरीबों के लिए समर्पित किए थे। सभापति बाबू जैसे सपूत विरले समाज, परिवार को मिलता है। हीरा लाल मांझी ने कहा कि सभापति बाबू लगातार पांच बार विधायक एवं एकबार मंत्री बनने के बावजूद भी गरीब प्रेम से अलग नहीं हुए। उन्होंने कहा कि गरीबों के हक की लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ने का काम किया। अवध किशोर सिंह ने कहा कि सभापति बाबूक्षेत्र में समाजवादियों की धरती ही नहीं बल्कि उनका गढ़ स्थापित करने का काम किया था।इस अवसर पर बृज किशोर सिंह, ओम सिंह, विपिन बिहारी मिश्रा, राजेश राम सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
गरीबों के लिए सड़क से सदन तक लड़ने वालों में थे सभापति बाबू
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