- परिजन व ग्रामीणों ने किया थाने का घेराव
- पुलिस ने एक को लिया हिरासत में, पूछताछ जारी
- उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिकंदरपुर गांव का रहने वाला है मौलवी
परवेज़ अख्तर/सिवान:
प्रेम न देखे जात-कुजात,नींद न देखे ऊंचा खाल…! यह लोकोक्ति उस समय चरितार्थ हुई कि जब एक शादीशुदा मौलवी के साथ एक कुंवारी युवती साथ जिएंगे साथ मरेंगे की कसमें खाकर फुर्र हो गई। हालांकि परिजन इसे अपहरण की घटना मान स्थानीय थाने में अपहरण से संबंधित एक मामला दर्ज कराया है। अभी पुलिस इस मामले की अनुसंधान कर ही रही थी कि इसी बीच परिजनों ने बुधवार को थाने का घेराव कर अपहृता की बरामदगी के लिए लगभग 4 घंटों तक हंगामा करते रहे। बाद में पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर वरीय पुलिस पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में गहन पूछताछ कर रही है।यह घटना सीवान जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के सेमरा पंचायत के धमोर गांव की बताई जा रही है।जहां से 31 दिसंबर को एक मदरसे के मौलवी द्वारा एक किशोरी के अपहरण कर लिए जाने के मामले में पुलिस द्वारा बरती जा रही शिथिलता से आक्रोशित होकर बुधवार को ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया.
परिजनों सहित ग्रामीणों का आरोप था कि इस घटना की सूचना के बाद मैरवा पुलिस मामले की छानबीन के लिए एक बार भी गांव में नहीं पहुंची और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी ही कर पाई है।एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होते देख कर ग्रामीणों को थाना आना पड़ा।उधर इस घटना को लेकर दो संप्रदायों के बीच गांव में तनाव का माहौल कायम है।परंतु प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था।परिजनों ने बताया कि अपहृता द्वारा घटना के 3 दिन बाद घर के एक सदस्य के मोबाइल पर फोन किए जाने के दौरान उधर से रोने – पीटने की आवाज आई और फिर फोन कट गया। जिसके बाद परिजन और परेशान हो गए और पुलिस द्वारा शीघ्र कार्रवाई करने की मांग करने लगे।
इस मामले में लोगों ने वरीय पुलिस प्रशासन से भी संपर्क किया है। उधर इस घटना के बाद आरोपियों में से एक आरोपी जो मदरसे का संचालन करता था। उसके द्वारा इस संबंध में कुछ भी सहयोग नहीं किए जाने से लोग नाराज थे। इसी नाराजगी के दौरान थाना का घेराव किए जाने के बाद ग्रामीणों के साथ दूसरा आरोपी खलील अंसारी भी मौजूद था। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। उधर ग्रामीणों द्वारा मौलवी सरफुद्दीन अंसारी के घर जो उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिकंदरपुर में अवस्थित है। वहां जाने पर यह ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि उक्त मौलवी शादीशुदा है एक बच्ची का पिता भी है जो इस प्रकार की घटना का पेशेवर है। घेराव के दौरान थानाध्यक्ष जिले में किसी काम से गए थे। जिसके कारण लोग लगभग 4 घंटे थाने पर हंगामा करते रहे।
इस संबध में थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद से ही पुलिस अपहृता की बरामदगी के लिए अपने तरीके से काम कर रही है। अनुसंधान प्रभावित होने के चलते सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।पुलिस उस गांव पर भी निगरानी रखी हुई है। हिरासत में लिए गए खलील अंसारी से स्थानीय पुलिस ने वरीय पुलिस पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में पूछताछ कर रही है। उधर दूसरी तरफ गांव में यह चर्चा है कि युवती का अपहरण मौलवी द्वारा नहीं किया गया है बल्कि वह प्रेम प्रसंग में व्याकुल होकर साथ जिएंगे साथ मरेंगे की कसमें खा कर फरार हो गई है।