परवेज अख्तर/सिवान: जिले के आंदर प्रखंड के छजवा गांव में चल रहे प्रतिष्ठात्मक श्रीरुद्र महायज्ञ के दौरान सोमवार की रात कथावाचिका रेखा रामायणी ने प्रवचन के दौरान कहा कि मानव का कल्याण मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के आदर्शों पर चलने से ही संभव है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने अपना पूरा जीवन ही मानव कल्याण में लगा दिया। आज के समय में नैतिकता के नियमों का पालन करके ही हम अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं। आज का मनुष्य भौतिकवादी सोच का हो गया है। वह केवल धन के पीछे ही भाग रहा है।
इस भाग दौड़ में वह अपने स्वस्थ व स्वच्छ मन की शांति को गंवा दिया है। उन्होंने कहा कि जो औरों के कल्याण के लिए नहीं सोचते उनका जीवन व्यर्थ है। जीवन में सार्थकता तभी आती है जब दूसरों के लिए नि:स्वार्थ भाव से कुछ किए जाएं। अपना पेट तो छोटी सी चींटी भी भर लेती है लेकिन दूसरों का पेट भरो और उन पेटों को भरो जो खाली है। इस तरह परोपकार के लिए जो कुछ भी किया जाता है वह परिश्रम ही फलीभूत होता है। मौके पर दक्ष नर्सिंग कालेज सह अस्पताल के निदेशक डा. जितेश कुमार सिंह सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।