परवेज अख्तर/सिवान: जिले के आंदर प्रखंड के असांव-दरौली मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली गहिलापुर नहर पुल मौत का दावत दे रहा है। बता दें कि इस पुल से असांव, आंदर, दरौली, गुठनी जाने वाली कई छोटी-बड़ी और भारी वाहन गुजरती हैं। पुल की सुरक्षा दीवार आठ साल पहले ही टूटी गई। अब पूरी तरह पुल भी जर्जर हो चुका है। इस कारण किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। पुल पर वाहनों की सुरक्षा के लिए दोनों तरफ रेलिंग बनाई गई थी। पुराना होने के कारण टूट गई है। हालत यह है कि रात के अंधेरे में दिखाई नहीं देने से कई बार छोटे वाहन चालक भी नहर में गिरते-गिरते बचे हैं। सबसे अधिक खतरा दोपहिए वाहन चालकों की है।
पुल की दीवार टूटने के कारण पैदल चलने वाले लोग बड़े वाहन आने पर बचने के लिए सड़क के किनारे खड़े होते हैं। ऐसे में पुल से होकर गुजरने के दौरान राहगीरों को नहर में गिरने का खतरा बना रहता। इस पुल से प्रतिदिन किसी न किसी अधिकारी की गाड़ी आती-जाती है। बावजूद इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। आजादी के 75 साल बाद भी कई सांसद और विधायक आए और चले गए, लेकिन किसी ने इस पुल पर ध्यान नहीं दिया। वाहनों से चलने वाले लोगों को हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बरसात के मौसम में पुल पर पानी बहने लगता है। इससे आवागमन भी ठप हो जाती है। स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग से पुल की सुरक्षा दीवार शीघ्र बनवाने की मांग की है।