परवेज़ अख्तर/सीवान:- अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रव्यापी धरना के आह्वान पर मंगलवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन ने समाहरणालय के समक्ष धरना दिया तथा मांगों से संबंधित प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष पुष्पा पांडेय ने की। ज्ञापन सौंपने के पूर्व काफी संख्या में आंगनबाड़ी सेविकाओं ने समाहरणालय समक्ष एकत्रित होकर अपनी मांगों को लेकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए। धरना के कारण कोर्ट परिसर में आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सेविकाओं की संख्या ज्यादा होने के कारण समाहरणालय के बगल से होकर आने जाने वाली सड़क पूरी तरह से ठप हो गई थी। इस कारण लोगों को मुख्य पथ का रुख करना पड़ा। उनकी मांगों में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, तत्काल सेविका को 18 हजार तथा सहायिका को 12 हजार रुपये मानदेय देने, आंगनबाड़ी केंद्रों को विद्यालय का दर्जा देने,सेविका-सहायिका को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने,मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों का मुख्य केंद्रों की तरह सुविधा देने, पेंशन की व्यवस्था करने की मांग की गई। धरने को संघ की जिलाध्यक्ष अनीला देवी, बीएमएस के प्रदेश मंत्री राकेश भारती, भारतीय डाक महासंघ के जिला मंत्री प्रदीप सिंह, उमरावती देवी, अमिता शर्मा, सरस्वती देवी, गायत्री देवी, देवंती देवी, मीना राय, नसीमा खातून, फुल कुमारी, पूनम श्रीवास्तव, दीपझरी, सुमित्रा देवी, रीता बौड़ी,अर्चना मिश्रा, रानी प्रकाश, अनीता शर्मा, रागिनी कुमारी, सुशीला देवी ने भी धरने को संबोधित किया। धरने में तीन हजार से अधिक सेविका-सहायिकाओं ने भाग लिया तथा अपनी मांगों की आवाज को बुलंद किया।
आंगनबाड़ी सेविकाओं ने समाहरणालय पर दिया धरना
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