परवेज अख्तर/सिवान: बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति पटना के आह्वान पर गुरुवार को एटक से संबद्ध बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन से जुड़ी सेविका-सहायिकाओं ने प्रदर्शन के बाद एसडीओ को 15 सूत्री मांगों का स्मार पत्र सौंपा। यूनियन की जिलाध्यक्ष निर्मला देवी कुशवाहा की अध्यक्षता में सेविका-सहायिकाओं ने पहले एकत्र होकर प्रदर्शन किया। बाद में पांच सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल के साथ एसडीओ अमन समीर के कार्यालय में पहुंच कर मांगों का ज्ञापन सौंपा। पिछले पांच दिसंबर से यूनियन से जुड़ी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है। इनकी मुख्य मांगों में समान कार्य का समान वेतन, अवकाश, सरकारी कर्मचारी का दर्जा, सरकारी कर्मचारी की तरह हर प्रकार की सुविधा देने की बात शामिल हैं। मौके पर जिला महासचिव प्रमीला देवी, अर्चना कुमारी, कलावती देवी, शीला देवी, संगीता सिंह, वीणा देवी, गुलफैसा, पूनम देवी, विद्यावती देवी, चिंता देवी, जयशांति देवी, गीता देवी, सुनीता देवी, नीतु देवी, मीना देवी, बच्चन देवी, मंजू देवी, बसंती देवी, मेहरून बेगम, प्रमीला कुमारी, सोना कुंवर, रेनू देवी, मनोरमा सिंह, शारदा देवी सहित कई आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाएं शामिल थीं।
मजदूर संघ से संबद्ध सेविका-सहायिका नहीं हैं हड़ताल पर
भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध बिहार प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष अनिला देवी ने कहा कि हमारे संघ की सेविका-सहायिका कार्य कर रही हैं। वे इस हड़ताल में शामिल नहीं हैं। अपने पोषक क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन नियमित कर रही है। चुकी राज्यपाल ने आश्वासन दिया था कि आप लोगों की मांगों पर विचार किया जा रहा है। संघ की प्रदेश अध्यक्ष पुष्पा पांडेय ने प्रदेश के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की थी। इसको लेकर जिले की सेविका-सहायिकाओं की बैठक कर हड़ताल में नहीं भाग लेने का निर्णय लेते हुए विभाग को पत्र भेजकर सूचित भी किया जा चुका है।