- प्रखंड स्तर पर दिया गया प्रशिक्षण
- अब रजिस्टर संभालने से मिलेगी मुक्ति
गोपालगंज: जिले के सभी स्वास्थ संस्थानों में कार्यरत एएनएम को अब आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है इसके साथ ही कई सेवाओं को ऑनलाइन किया गया है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ई- औषधि मोबाइल एप की लॉन्चिंग की गई है। इसके माध्यम से अब एएनएम ऑनलाइन दवाओं की मांग कर सकती हैं। अब उन्हें रजिस्टर के माध्यम से दवाओं की मांग करने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे उनके कार्यों में काफी सहूलियत होगी। ई- औषधि मोबाइल एप के शुभम संचालन के लिए केयर इंडिया के आईटीसी कोऑर्डिनेटर के द्वारा प्रखंड स्तर पर सभी एएनएम को प्रशिक्षण भी दिया गया। मोबाइल पर ई- औषधि एप के लॉगिग करवाने के साथ एप की जानकारी देते हुए केयर इंडिया के डिस्ट्रिक्ट टीम लीड मुकेश कुमार सिंह ने कहा विभागीय स्तर पर सभी को मोबाइल टैब दिए गए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग भी धीरे-धीरे पेपरलेस होने की ओर आगे बढ़ रहा है। अब दवा की मांग भी पेपरलेस होने की ओर आगे बढ़ रहा है। दवा की मांग ई-औषधि एप के माध्यम से होगी। उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एएनएम भी एप के माध्यम से ही दवा की मांग के साथ कार्य का लेखा जोखा अपडेट करते रहेंगे। साथ ही बताया आरोग्य दिवस ग्रीन चैनल को लेकर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
सुलभ और सशक्त बनेगा कार्य प्रणाली
यह एक ऑनलाइन अप्लिकेशन है जो दवा के स्टॉक, उसके वितरण की अंतिम चेन तक नजर भी रखेगी और इस प्रक्रिया को सुलभ और सशक्त बनाएगी। परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्रालय ने जिले में संचालित जिला, प्रखंड स्तरीय सरकारी अस्पतालों में दवा वितरण को अधिक सशक्त और सुलभ बनाने के लिए ई-औषधि पोर्टल लांच किया है। दवा की आपूर्ति, उपलब्धता, वितरण सभी ऑनलाइन की जाएगी। दवा की खरीद से लेकर स्टोर और उसके बाद वितरण केंद्र पूरी तरह इस एप्लिकेशन के अंतर्गत शामिल किया जायेगा। वितरण के साथ केंद्र में दवा जरूरत की पूरी सूची ऑनलाइन अपलोड की जाएगी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रोगी को दवा वितरित करने के लिए उपकेंद्र आपूर्ति श्रृंखला के अंतिम उपभोक्ता तक दवा के पहुंचने तक इस अप्लिकेशन के माध्यम से निगरानी संभव होगी।
मोबाइल ऐप के माध्यम से दवाओं की मांग करेंगी एएनएम
पहले एएनएम के द्वारा रजिस्टर के माध्यम से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से दवाओं की मांग की जाती थी। जिससे काफी समय लगता था। प्रक्रिया पूरी होने तक स्वास्थ्य संस्थानों व आरोग्य दिवस पर दवाओं की कमी देखी जाती थी। इसको दूर करने के उद्देश्य से ई-औषधि मोबाइल एप लांच किया गया है। जिसके माध्यम से एएनएम अब दवाओं की मांग करेंगे। इसको लेकर सभी एएनएम को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। प्रशिक्षण केयर इंडिया के द्वारा दिया जा रहा है।
दवाओं व उपकरणों की जानकारी ऑनलाइन
ई-औषधि एवं ई-उपकरण की शुरुआत की गयी है। जिला एवं प्रखंड स्तरीय अस्पतालों में दवाओं एवं उपकरणों की सूचनाओं को ऑनलाइन कर इसे अधिक पारदर्शी बनाने की पहल की गयी है। इससे दवाओं एवं जरूरी उपकरणों की माँग एवं वर्तमान स्टॉक का पता चल सकेगा, जिससे आपूर्ति सुनिश्चित करने में आसानी होगी।