परवेज़ अख्तर/सिवान:
केन्द्र सरकार की किसान विरोधी बिल के खिलाफ भाकपा-माले के तत्वावधान में कलेक्ट्रट के सामने शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान महासभा ने महाधरना का आयोजन किया गया। इस मौके पर महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अमरनाथ यादव किसान विरोधी बिल को तत्काल वापस लेने व दिल्ली से आ रहे किसानों पर हमला रोकने की मांग की। पूर्व विधायक ने कहा कि खेत, खेती व किसान को कॉरपोरेट के हवाले कर गुलाम बनाने के मकसद से किसान विरोधी बिल लाया गया है। किसानों के पास जो खेत बच गए हैं, उनका भी निजीकरण किया जा रहा है। इससे देशभर के किसानों में आक्रोश है। कहा कि किसानों के बढ़ते जनसैलाब को देखते हुए पंजाब व हरियाणा से आ रहे किसानों पर जगह-जगह प्रशासन हमला करा रहा है।
इसकी निंदा सभी एक स्वर से करते हैं। किसानों को खाद-बीज नहीं मिलने की चर्चा करते हुए उचित मूल्य पर भरपूर मात्रा में बीज उपलब्ध कराने व बाढ़ से हुई फसल की क्षतिपूर्ति के लिए मुआवजा देने की मांग की। प्रत्येक प्रखंड में भंडार गृह खालने व चीनी मिल का निर्माण करने की बात महाधरने के माध्यम से की गई। किसान महासभा के जिला सचिव जयनाथ यादव व जिलाध्यक्ष शीतल पासवान ने जिले की सभी नहरों की सफाई, गुलनाज के हत्यारों को गिरफ्तार करने, सीवान में बढ़ते अपराध पर रोक लगाने व विधानसभा चुनाव बाद सामंती-साम्प्रदायिक ताकतों द्वारा किए जा रहे हमले पर रोक लगाने की मांग की। महाधरना की अध्यक्षता रविन्द्र भारती ने की। महाधरने में भाकपा माले के जिला सचिव हंसनाथ राम व जिला पार्षद सोहिला गुप्ता थीं।