परवेज़ अख्तर/सिवान:
दीपावली और छठ पर्व की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसको लेकर बाजार में भीड़ दिखने लगी है, लेकिन त्रिस्तरीय पंचायती राज के अंतर्गत नियुक्त शिक्षकों को वेतन का इंतजार है। अक्टूबर का वेतन इन्हें अब तक नहीं मिला है, जबकि इस महीने का अग्रीम वेतन भुगतान दशहरा के पहले ही करने का आदेश था। उधर फरवरी और मार्च के हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान भी लंबित है। अक्टूबर महीने का इन शिक्षकों का वेतन भुगतान स्टेट बैंक के अकाउंट के माध्यम से होना है। सितंबर में ही स्टेट बैंक का अकाउंट बीआरसी में जमा करने के लिए शिक्षकों को निर्देश दिया गया था, लेकिन अभी भी 15 शिक्षकों ने अपना स्टेट बैंक अकाउंट नंबर जमा नहीं किया है। बैंक अकाउंट जमा नहीं होने के कारण शिक्षकों का वेतन भुगतान लटक सकता है। ऐसे में दीपावली और छठ के पहले अगर भुगतान नहीं हुआ तो त्योहार फीकी रहने का आसार रहेगा। इसको लेकर शिक्षक चितित हैं।
उधर बीआरसी से ऐसे शिक्षकों की सूची जारी की गई है जिनका स्टेट बैंक अकाउंट नंबर अब तक अप्राप्त है। ऐसे शिक्षकों की संख्या 39 बताई गई है। हालांकि इनमें कई शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने बहुत पहले ही अपने प्रधानाध्यापक को बैंक पासबुक का फोटो कॉपी उपलब्ध करा दिया था। इस तरह इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की लापरवाही के कारण त्योहार के पूर्व वेतन भुगतान फंस सकता है।प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य विद्यालय अनुग्रह नगर के एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय बड़कामांझा के तीन, इंग्लिश के एक, बेदौली के एक, कैथवली के पांच, करजनिया के आठ, नरहिया के एक, बभनौली के एक, बिलासपुर के एक, मध्य विद्यालय स्तरोन्नत के चार, प्राथमिक विद्यालय भोपतपुरा के एक, चुपचुपवा के दो, सिरिसियां के दो, नया प्राथमिक विद्यालय बरासो के तीन, धुसा के एक, कुलदीपा के तीन और बुनियादी विद्यालय के एक शिक्षक का बैंक अकाउंट अभी तक बीआरसी को अप्राप्त है।
बतादें कि वित्त विभाग के उपायुक्त (वित्तीय प्रशासन) ने सभी विभागों के वरीय पदाधिकारियों को पत्र भेजकर दशहरा पर्व के पहले अक्टूबर का अग्रिम वेतन भुगतान करने को कहा था। इस आदेश के बावजूद पंचायत, प्रखंड और नगर शिक्षकों को अभी तक वेतन भुगतान नहीं हुआ है। उधर पंचायत निकाय के शिक्षकों ने हड़ताल अवधि का सामंजन पूरा कर लिया है। अब हड़ताल अवधि का बकाया वेतन की मांग भी इनके द्वारा होने लगी है। त्योहार को ध्यान में रखकर फरवरी और मार्च का बकाया वेतन और पूर्व के महंगाई भत्ता का बकाया एरियर भुगतान दीपावली के पहले करने का अनुरोध शिक्षक संगठनों के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी से किया गया है।