परवेज अख्तर/सिवान : जिले के बड़हरिया प्रखंड मुख्यालय में रविवार को नियोजित शिक्षकों की बैठक शिक्षक सहायता कोष के अध्यक्ष रजनीश कुमार मिश्र की अध्यक्षता में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि यह सहायता कोष शिक्षकों के लिए एक वरदान साबित होगा। सरकार की निष्ठुर नीतियों के कारण हमारे कई शिक्षक बंधू अब तक काल के गाल में समाहित हो चुके हैं, लेकिन अब नियोजित शिक्षक एवं अपनी मदद करने के लिए बढ़-चढ़ कर इस सहायता कोष से जुड़ने का कार्य कर रहे हैं। अब किसी भी शिक्षक को पैसे के अभाव में समय से पहले काल का ग्रास बनने से बचाने का कार्य यह सहायता कोष करेगा। ज्ञातव्य हो दो अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर शहर के गांधी मैदान से इस कार्य को आरंभ किया गया जो आज संपूर्ण बिहार में फैल चुका है। अब तक बिहार के लगभग 28 जिलों के नियोजित शिक्षक इस सहायता कोष से जुड़ चुके हैं। प्रतिदिन सिवान एवं सिवान से बाहर के शिक्षक इस सहायता कोष से जुड़ने का कार्य कर रहे हैं। अध्यक्ष ने जिले के नियोजित शिक्षकों से इस सहायता कोष से जुड़ने की अपील की है। इसी क्रम में बड़हरिया प्रखंड के शिक्षकों ने सहायता कोष से जुड़ने का कार्य किया जिनमें अमानुल्लाह, रहमत अली, इरफान अहमद, सनौवर अली, मोइनुल हक, अनिल कुमार मांझी, सुरईया अफरोज,तौकीर रजा, तारिक अजीज, विकेश कुमार चौधरी आदि शामिल हैं।बैठक में जिला महासचिव श्रीकांत सिंह, बड़हरिया प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार यादव, सचिव सेराज अहमद, मुन्ना कुमार आदि शिक्षक उपस्थित थे।
शिक्षक सहायता कोष के सदस्य बने नियोजित शिक्षक
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