प्रवेज़ अख्तर/ सिवान- नगर परिषद सिवान अपने सौ से ज्यादा कर्मियों के पीएफ का ब्याज हड़प गया। इसके लिए जिम्मेदार क्लर्कों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं हो रही है। इसके शिकार निचले तबके के कर्मचारी बने हैं और इनको पता भी नहीं है, ताकि अपने ब्याज के लिए आवाज बुलंद कर सकें। इस अनियमितता के कारण सौ से ज्यादा कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। इसक्रम में नगर परिषद के कर्मियों ने नप के कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन देकर नगर परिषद में व्याप्त अनियमितताओ के निराकरण एवं अनियमितता करने वाले कर्मचारियों के ऊपर कार्यवाई करने के लिए आवेदन देकर गुहार लगाया है। बता दे कि कर्मियों ने अपने आवेदन में पीएफ, डीए, एरियर, सेवानिवृत कर्मियों का पेंशन संबंधी मामले, मेडिकल भता, प्रोनत्ति, ग्रेच्यूटी समेत अन्य मामले में ईओ को अवगत कराया तथा इसे समाधान करने के लिए गुहार लगाया है।
करीब डेढ़ साल तक वेतन से कटौती के बाद भी पीएफ खाते में जमा नहीं हुई राशि
ज्ञात हो कि सिवान नगर परिषद में वेतन और पीएफ का अलग-अलग चेक बनता है। वेतन का चेक तो संबंधित बैंक में भेज दिया गया। इसमें से पीएफ की राशि की कटौती भी कर ली गई लेकिन इसका चेक बनाकर पीएफ के खाते में नहीं भेजा गया। यह अनियमितता अक्टूबर 2016 से शुरू हुई। मौजूदा कार्यपालक पअधिकारी बसंत कुमार ने कार्यभार संभाला तो उनके संज्ञान में यह बात आई। इसे बड़ा घपला मानते हुए उन्होंने इस मामले में त्वरित कार्यवाई करते हुए अपडेट कराया लेकिन इस दौरान कर्मियों को इसके लिए मिलने वाले ब्याज से वंचित होना पड़ा। लेकिन कर्मियों ने बताया कि पीएफ जो मिल रहा है वो ईओ के कार्यवाई के बाद शुरू हुआ है लेकिन पिछले डेढ़ साल का पीएफ अभी तक कहते में नही आया है। ऐसे कई मामले है जिससे कर्मचारियों को वंचित रखा गया है। यहां कर्मचारियों की बात सुनने तक के लिए कोई नही है। इस संबंध में पूर्व कनीय अभियंता सुग्रीव शर्मा ने सभी कर्मचारियों के हित में कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन दे कर गुहार लगाया है। और कहा है कि इसका निष्पादन अविलंब किया जाए अन्यथा बाध्य होकर न्यायालय का शरण लेना पड़ेगा।
पदाधिकारियों का कहना है
इस संबंध में आवेदन प्राप्त हुआ है, पूर्व से भी पीएफ वाला मामला मेरे संज्ञान में है। स्थापना को इस मामले में कार्यवाई का तत्काल निर्देश दिया गया है। रही बात सुग्रीव शर्मा का तो उनका मामला काफी पुराना है। उन्होंने आवेदन दिया है। उनके बात पर भी कार्य का निर्देश दे दिया गया है।
बसंत कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, सिवान
एनआईओएस द्वारा नही मिली है कोई गाइड लाइन