- अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ कोरोना के खिलाफ फैला रही है जागरूकता
- कोविड-19 को लेकर लोगों में फैली भ्रांतियों को कर रही है दूर
- आशा के माध्यम से परिवार नियोजन की सेवाएं भी पहुंचा रही है पिंकी
- कोविड-19 को लेकर समुदाय के लोगों में बढ़ी जागरूकता
छपरा: कोरोना संक्रमण का प्रसार तेजी से फैल रहा है। ऐसे में डॉक्टर, नर्स, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पुलिस कर्मी कोरोना योद्धा का फर्ज निभा रहे हैं। जमीनी स्तर पर आशा कार्यकर्ता कोरोना योद्धा के रूप में सराहनीय कार्य कर रहीं है। लगातार स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना के चपेट में आ रहें है। ऐसे में आशा कार्यकर्ता अपनी जान की परवाह किये बगैर लोगों को कोरोना के खिलाफ जागरूक कर रहीं है। अपनी बचाव की खुद सुरक्षा करते हुए कोरोना योद्धा बनकर आशा कार्यकर्ता लोगो को इस कठिन समय से उभरने में मदद कर रही हैं। माता और शिशु दोनों की देखभाल आशा कार्यकर्ता करती ही है। लेकिन कोरोना काल में लोगों को इस बीमारी से बचने के उपाय, अन्य राज्यों व जिलों से आए लोगों की सूची, ठीक हुए लोगों की सहायता और कई अन्य कार्यों में आशा कार्यकर्ता अपना योगदान दे रहीं हैं। सारण जिले के मांझी प्रखंड में कार्यरत आशा फैसलीटेटर पिंकी देवी भी कोरोना योद्धा के रूप में अपनी कर्तव्यों को बखूबी निभा रहीं है। वह पर्यवेक्षक के रूप में अपना योगदान दे रहीं है। पिंकी देवी प्रतिदिन मोहल्ले में जाकर आशा कार्यकर्ता के माध्यम से सर्वे कराती हैं एवं बाहर से आए हुए लोगों का ब्यौरा जुटाती हैं। इसके साथ ही वह सर्वे के दौरान घर के अन्य सदस्यों के हालचाल भी पता करती हैं। वह लगातार पूछती रहती हैं कि घर में किसी को बुखार, जुकाम या खांसी तो नहीं हैं। पिंकी का कहना है, विपरीत परिस्थितियों में जरूरतमंद की मदद करने का कुछ अलग ही अनुभव होता है। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के प्रसार को देखते हुए गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों, बच्चों व गर्भवती महिलाओं की लाइन-लिस्टिंग की जा रही है।
कोरोना के खिलाफ समुदाय में फैला रही है जागरूकता
आशा फैसलीटेटर पिंकी देवी ने कार्यों के प्रति समर्पण भावना व दृढ इच्छा शक्ति सारी दिक्कतों पर जीत हासिल कर अपनी अलग पहचान बनाई है। वह लोगों को याद भी दिलाती रहती हैं कि समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें, मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें और लोगों से सामाजिक दूरी बनाकर रखें। एक ओर जब सब लोग अपने घरों में रहकर कोरोना से बचाव कर रहे हैं, तब पिंकी घर-घर जाकर न केवल लोगों को कोविड के प्रति न सिर्फ लोगों जागरुक कर रही हैं, बल्कि बाहर से आए हुए लोगों का ब्यौरा जुटा कर सरकार तक पहुंचा भी रही हैं।
प्रतिदिन 70 घरों का करती हैं सर्वे
आश फैसलिटेटर पिंकी देवी ने बताया वह मांझी प्रखंड के नरपलिया, मांझी पश्चिमी और मदनसाठ उपस्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र में कोरोना योद्धा बनकर कर लोगों को जागरूक कर रही हैं। वे दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों का सर्वे का काम कर रही हैं। वे अपने क्षेत्र में प्रतिदिन 70 घरों का सर्वे कर रही हैं। 33 दिनों में उन्होने अब तक 2310 घरों का सर्वे कर चुकी है।
समाज में फैली भ्रांतियों को कर रहीं है दूर
पिंकी देवी ने बताया उनके क्षेत्र के मदनसाठ में एक कोरोना वायरस की संदिग्ध महिला पायी गयी, जिसे जांच के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा गया। उसके बाद उस गांव के लोगों ने उसके परिवार वाले के साथ समाजिक भेद-भाव करना शुरू कर दिये। फिर इसकी जानकारी पिंकी देवी को मिली। वह वहां जाकर गांव के लोगों के साथ बैठक की और उनके मन में फैले भ्रांतियों को दूर किया। पिंकी ने लोगों को समझाया कि कोविड-19 संक्रामक बिमारी है। यह किसी को भी हो सकता है। कोरोना संक्रमितों के साथ समाजिक भेदभाव नहीं करना चाहिए, बल्कि उनका मनोबल को बढ़ाना चाहिए।
लोगों में बढ़ रही है जागरूकता
आशा फैसलिटेटर पिंकी देवी कहती हैं पहले जब समुदाय में जाते थे तो लोगों का विरोध का सामना करना पड़ता था। कोई सही से जानकारी नहीं देता था। लेकिन अब दृश्य बदल चुका है। कोविड-19 को लेकर लोगों अब जागरूकता आयी है। लोग खुद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क का उपयोग नियमित हाथों की धुलाई, सेनिटाईजर का उपयोग कर रहें है। पिंकी ने बताया कि अब क्षेत्र में जाने पर लोग खुद सेनिटाईजर देते हैं और कहते हैं कि दीदी अपना हाथ सेनिटाइज कर लीजिए।
परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का कर रहीं है वितरण
पिंकी देवी कोविड-19 के खिलाफ जागरूकता के साथ-साथ अन्य जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी लाभार्थियों तक पहुंचा रही है। आशा फैसलीटेटर पिंकी अपने क्षेत्र के आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का भी वितरण करा रही है। आशा घर-घर जाकर अस्थाई साधनों का वितरण कर रही हैं।