परवेज अख्तर/सिवान: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मुझे मिलने वाले सुरक्षा गार्ड को हटा दिया गया है। मेरी सुरक्षा में वर्तमान समय में सिर्फ एक ही गार्ड तैनात है इस कारण मैं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हूं। अगर मेरे संग कोई भी अप्रिय घटना हुई तो उसकी जिम्मेदारी जिला पुलिस की होगी। यह बातें सोमवार की दोपहर आशा रंजन ने अपने घर प्रेस वार्ता कर पत्रकारों से कही। उन्होंने वर्तमान एसपी पर मनमानी का भी आरोप लगाया। आशा ने कहाकि मेरी सुरक्षा को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट से आदेश के बाद 2016 में मुझे गार्ड मिले थे। मेरी बेटी के लिए दो गार्ड और मेरे लिए दो गार्ड थे, लेकिन एक साल पहले बच्ची के दोनों गार्ड को पुलिस ने हटा दिया और अब वर्तमान एसपी नवीन चंद्र झा ने मेरी सुरक्षा में तैनात एक अन्य सुरक्षा गार्ड को हटा दिया है। ऐसे में एक ही गार्ड से हम दोनों की सुरक्षा की जा रही है। इस सिलसिले में 6 जुलाई को एसपी से मैंने मिलकर इसके बारे में चर्चा की थी तो एसपी ने मुझे कहाकि जीवन भर सुरक्षा देने का मेरे पास आदेश नहीं है। वहीं आशा रंजन ने कहा कि सुरक्षा में तैनात गार्ड को बाइक भी मिला था, लेकिन एसपी ने बाइक को वापस मंगवा लिया और तेल का हवाला दिया। इसके बाद बाइक कुछ दिन बाद दे दी गई लेकिन एसपी के आदेश से तेल बंद हो गया । इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में मैं आवेदन दूंगी।
कहते हैं अधिकारी
वहीं एसपी ने बताया कि आशा रंजन के पास दो सुरक्षा गार्ड थे, लेकिन दूसरे जिले में तबादला होने से एक सुरक्षा कर्मी कम हो गया जबकि एक सुरक्षा गार्ड अभी भी तैनात है। गार्ड को पहले से एक बाइक दिया गया था उसमें 20 लीटर तेल लगाता था तेल देने का नियम नहीं है इसलिए उसे बंद कर दिया गया है।
नवीन चंद्र झा
एसपी, सिवान