परवेज अख्तर/सिवान: नौ सूत्री मांगों को ले आशा का धरना प्रदर्शन बुधवार को 15वें दिन भी जारी रहा। इससे ओपीडी समेत इलाज कराने आए मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ा या फिर निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ा। धरना प्रदर्शन कर रही आशा का कहना था कि सरकार जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं करेगी अस्पताल में कोई कार्य नहीं होने दिया जाएगा। उनकी मुख्य मांगों में मानदेय एक हजार से बढ़ाकर 10 हजार रुपये करने, सरकारी संकल्प के अनुरूप वित्तीय वर्ष 2019-20 अप्रैल से नवंबर तक की मासिक एक हजार रुपये बकाया राशि भुगतान करने, कोरोना काल की ड्यूटी के लिए 10 हजार रुपये कोरोना भत्ता भुगतान करने समेत नौ मांगें शामिल हैं।
महाराजगंज अस्पताल में प्रदर्शन का नेतृत्व नीलम कुमारी ने किया। आशा के समर्थन में भाजपा की सुप्रिया जायसवाल ने किया तथा आशा की मांगों को जायज बताया। वहीं दारौंदा में धरना प्रदर्शन का नेतृत्वच अध्यक्ष सुशीला देवी, बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पुष्पा कुमारी, हसनपुरा में दुर्गावती देवी, हुसैनगंज में प्रखंड अध्यक्ष रंजू देवी, भगवानपुर हाट में मालती कुंवर व मीरा देवी, लकड़ी नबीगंज प्रखंड अध्यक्ष नूरजहां खातून, गोरेयाकोठी में अनीता देवी, बड़हरिया में माया देवी, गुठनी में रीता देवी, आंदर में माधुरी देवी, सिसवन में मीना देवी ने नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया।