- एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि तीन युवकों को ठिकाने लगाने के मामले में भेजे गए हैं जेल
- सदर अस्पताल तथा कोर्ट परिसर में समर्थकों का लगा रहा हुजूम
✍️परवेज अख्तर /एडिटर इन चीफ :
जिला पुलिस और एसटीएफ टीम की संयुक्त कार्रवाई में बीते शनिवार की देर शाम नूतन वर्ष के मौके पर गैंगटॉक से अपने परिवार सहित घर लौटने के क्रम में पूर्णिया से गिरफ्तार,खान ब्रदर्स के अयूब खान को पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को सारे कागजी कोरम पूरा करने के बाद सिवान न्यायालय में प्रस्तुत किया,जहां न्यायाधीश ने उन्हें जेल भेज दिया।नगर थाने की पुलिस उन्हें न्यायालय के आदेश पर मेडिकल चेकअप हेतु सिवान सदर अस्पताल भी लाई।जहां चिकित्सकों की एक टीम ने अयूब खान का मेडिकल चेकअप विधिवत रूप से किया।उक्त आशय की जानकारी सिवान एसपी श्री शैलेश कुमार सिन्हा ने दूरभाष पर देते हुए बताया कि जिला पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार अयूब खान को तीन युवकों को अगवा कर ठिकाना लगाने के आरोप में नगर थाना की पुलिस द्वारा जेल भेजा गया है।एसपी श्री शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि सात नवंबर को तीन युवक शहर से कहीं निकलें और आठ नवंबर को उनके काले रंग की स्कार्पियो गोपालगंज के मीरगंज थाना क्षेत्र के सबेया के पास से लावारिस हालात में पुलिस ने बरामद की थी,लेकिन तीनों युवक का सुराग नहीं मिला।तीनों युवक शहर के रामनगर निवासी विशाल सिंह,हुसैनगंज थाना क्षेत्र के पैगंबरपुर निवासी अंशु सिंह,जीरादेई थाना क्षेत्र के भलुआ निवासी परमेंद्र यादव हैं।इस मामले में पुलिस ने विशाल के दोस्त संदीप को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार दोस्त संदीप से पूछताछ के बाद अयूब खान का नाम लेते हुए तीनों युवकों को ठिकाना लगा देने की जानकारी दी थी। इस मामले में अयूब खान को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था।अप्राथमिकी अभियुक्त बनाए जाने के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया गया था।इसी क्रम में जिला पुलिस तथा एसटीएफ टीम की संयुक्त कार्रवाई के बाद तीन युवकों को ठिकाने लगाने के आरोप में अयूब खान को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।एसपी श्री शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार दोस्त संदीप तथा अयूब खान के स्वीकृति बयान के आधार पर गहराई पूर्वक अनुसंधान जारी रखते हुए घटना के हरेक पहलुओं पर अनुसंधान जारी है।उधर जैसे ही अयूब खान को जेल भेजे जाने की सूचना उनके समर्थकों को लगी तो न्यायालय परिसर तथा सदर अस्पताल में लोगों का जमावड़ा लग गया। उधर जेल भेजे गए अयूब खान के समर्थकों में काफी मायूसी का आलम देखा गया।तथा उनके समर्थक उन्हें बेगुनाह बता रहे थे, जबकि पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार दोस्त संदीप के स्वीकृति बयान के आधार पर उन्हें दर्ज कांड में प्राथमिकी अभियुक्त बनाते हुए पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर जेल भेजा गया है।बहरहाल मामला चाहे जो हो,जैसे ही अयूब खान की गिरफ्तारी के बाद उन्हें जेल भेजे जाने की खबर जिले वासियों को लगी तो यह खबर पूरे जिले में जंगल में लगी आग की तरह फैल गई।लोग जितनी मुंह उतनी बातें करने से परहेज नहीं कर रहे थे।