परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बड़हरिया प्रखंड के हबीबपुर निवासी दोस्त मोहम्मद के पुत्र शमसुददीन अहमद का शव मंगलवार की सुबह मस्कट (ओमान) से गांव पहुंचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। स्वजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। आसपास के ग्रामीण स्वजनों को ढाढ़स बंधा रहे थे। थाना ज्ञात हो कि शमसुद्दीन ओअलगरबिया कंपनी मस्कट में 2003 से ही सिक्योरिटी गार्ड का काम करते थे। वे कई माह से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज करीब सात माह से कसाब अस्पताल में चल रहा था। इस संबंध में कंपनी द्वारा उनके स्वजनों को कोई सूचना नहीं दी गई थी। 30 सितंबर को उनकी मौत हो गई।
इसकी सूचना उनके स्वजनों द्वारा दो दिन बाद दी गई। सूचना के बाद स्वजन कंपनी से बात करना चाहे, लेकिन असफल रहे। 25 दिन बीतने के बाद इनका जब शव हबीबपुर आया तो पत्नी जिन्नत खातून समेत अन्य स्वजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। मृतक को पांच पुत्री तथा एक पुत्र है। इधर घटना की सूचना मिलते ही जीरादेई विधायक अमरजीत कुशवाहा मृतक के स्वजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि इस मसले पर भारत के विदेश मंत्री से बात कर मृतक के स्वजन को उचित मुुआवजा कंपनी से दिलवाया जाएगा। इस मौके पर जावेद अख्तर, रामाधार यादव सहित काफी संख्या में लोग स्वजनों को ढाढ़स बंधा रहे थे।