- आक्रोशित लोगों ने आगजनी कर की सड़क जाम
- नाराज दुकानदारों ने बंद रखी बाजार की दुकानें
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के लकड़ी दरगाह गड़हा मोड़ स्थित पूजा पंडाल पर असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। इससे कुछ मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं एक महिला सहित छह युवक घायल हो गए। जिसमें लकड़ी दरगाह का लक्ष्मण साह, सत्येन्द्र साह, चंदन कुमार, विकेस कुमार सहित अन्य शामिल हैं। सभी घायलों को पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जहां से चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल लक्ष्मण साह की हालत चिंताजनक देखते हुए गोरखपुर रेफर कर दिया गया। घटना शुक्रवार लगभग साढ़े ग्यारह बजे रात की है। घटना के संबंध बताया जाता है कि पूजा पंडाल में गांव और पड़ोसी गांव की महिलाएं पूजा पाठ कर रही थी। तभी पड़ोस के कुरैसी मोहल्ले के आधा दर्जन असामाजिक तत्वों ने पूजा पंडाल के पास आकर पूजा कर रही महिलाओं के साथ धक्का मुक्की शुरू कर दी। घटना को लेकर पूजा समिति के लोग आक्रोशित हो गए। आक्रोशित लोगों ने एक असामाजिक तत्व को घटनास्थल पर पकड़ लिया और पिटाई कर छोड़ दिया। इसी क्रम में भागते हुए असामाजिक तत्वों ने पूजा पंडाल को तोड़ दिया। जिससे एक मूर्ति टूट गयी। उसके बाद असामजिक तत्व आवास कुरैसी मोहल्ला पहुंचकर ईंट पत्थर चलाने लगे। पथराव और मूर्ति तोड़े जाने की घटना से नाराज पूजा समिति के सदस्यों सहित अन्य ग्रामीणों ने लकड़ी-थावे मुख्यमार्ग को आगजनी करते हुए जाम कर दिया। साथ ही बाजार की तमाम दुकानें बंद कर दी गईं। पूजा समिति के अध्यक्ष सन्तोष चौहान ने बताया कि पूजा स्थल पर एक एएसआई व अन्य पुलिस कर्मी तैनात थे। लेकिन दस बजते ही पूजा स्थल से निकल गए। उसके बाद असामजिक तत्वों को बल मिल गया। पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि अगर तैनात पुलिस पदाधिकारी अगर समय से पूजा पंडाल पर तैनात रहते तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती।
दोनों पक्षों के साथ शांति समिति की हुई बैठक
शनिवार की दोपहर घटना की सूचना पाकर एसडीओ रामबाबू बैठा, एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय, इंस्पेक्टर उमेश कुमार, सीओ अनिल श्रीवास्तव, थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर, एएसआई राजकुमार कश्यप ने पहुंचकर दोनों पक्षों के साथ शांति समिति की बैठक की। एसडीपीओ व एसडीओ ने कहा कि इस घटना में संलिप्त सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मौके पर पूर्व मुखिया संजय प्रसाद, पूजा समिति के अध्यक्ष संतोष चौहान, बाबुद्दीन अहमद, कन्हैया प्रसाद, बाल्मीकि प्रसाद, अनुरंजन मिश्र, डॉ. नसीम सैफी, मुन्ना पटेल, नन्दकिशोर साह, उमेश प्रसाद, बनारसी साह, हैदर कुरैसी, मुमताज कुरैसी थे। आपसी सहमति से शनिवार को ही मूर्ति विसर्जन का निर्णय लिया गया।