परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बड़हरिया प्रखंड के चौकी हसन में सरकार से अनुदान लेकर खरीदी गयी जमीन पर भू-माफियों का कब्जा करने का मामला उजागर हुआ है. आवेदक ने आरोप लगाया है कि जालसाज व असमाजिक तत्वों ने जाली दस्तावेज बनाकर जमीन की खरीद बिक्री कर ली है. इस मामले में आठ लोगों पर 15 दिसंबर,2021 को एफआइआर दर्ज कराने के बाद भी अभी तक जीबीनगर पुलिस द्वारा किसी भी अभियुक्तिों की गिरफ्तारी नहीं की गयी है. बताया जाता है कि अल करीम एग्रो इंडस्ट्रीज को उद्योग लगाने के लिए बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा अनुदान दिया गया था. इसके बाद संस्था ने जमीन की खरीदारी की थी.
अभी उद्योग लगाने की तैयारी चल ही रही थी कि वर्ष 2021 में जाली दस्तावेज बनाकर कुछ लोगों ने उस जमीन को अपने नामों लिखवा लिया था. जिसकी जानकारी होने के बाद कंपनी के अधिकारी राजीव कुमार तिवारी ने आठ लोगों के खिलाफ 15 दिसंबर 2021 को जीबीनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.एफआईआर दर्ज होने के आठ माह बाद भी मामले में अभी तक किसी भी अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. उन्होंने पुलिस अधीक्षक व सीवान सदर एसडीपीओ से गुहार लगाया है कि मामले में शामिल अभियुक्तों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए.
इस मामले में कंपनी के अधिकारी राजीव तिवारी ने बताया है कि उन्होंने सीवान शहर के नया बाजार निवासी इस्तेयाज खान, सारण जिले के इसुआपुर थाना क्षेत्र के गम्हरिया निवासी रंजीत कुमार श्रीवास्तव, नया बाजार निवासी बालदेव, सारण जिले के कटरा निवासी राजीव कुमार, राजेश्वर प्रसाद, योगेंद्र प्रसाद, मो सरवर आदि को आरोपित किया गया था. इनका आरोप था कि चौकी हसन में कंपनी के लिए बैनामा जमीन की खरीदारी की गयी थी.इसके बाद फॉर्म अल करीम एग्रो इंडस्ट्रीज के नाम से दाखिल खारिज भी हो चुका था. इसके साथ ही जमाबंदी भी कायम हो चुकी थी इस भूमि को जालसाज व असमाजिक तत्वों ने जाली दस्तावेज बनाकर खरीद-बिक्री कर ली.