परवेज अख्तर/सिवान: रामजान एक पवित्र महीना है। रामजान की फजीलत बयान करते हुए तेतहली दक्खिन टोला मस्जिद के इमाम हाफिज मो. एसरार बरकाती ने कहा कि इस महीना की बहुत बड़ी फजीलत है। इसमें जकात देने से माल पाक हो जाता है। हमें अधिक से अधिक अपने सामान से जकात और फितरा निकालना चाहिए। जकात से तो माल पाक होता ही है लेकिन कितने गरीब और बेसहारों का घर भी आबाद हो जाता है।
उन्होंने कहा कि एक साथ रोजा खोलने और एक साथ नमाज पढ़ने से सवाब भी अधिक है, लेकिन जिससे आपसी भाईचारा भी बनता है। रामजान आपसी एकता और भाईचारा का भी संदेश देता है। रोजा केवल भूखे रहने का नाम नहीं है। रोजा रखकर अल्लाह द्वारा बताए तमाम शर्तों को पूरा करना भी है। रोजा हर शरीर के अंग का होता है। रोजा रखने से इंसान का शरीर नेक और पाक होता है। साथ ही साथ तमाम गलतियों से छुटकारा भी मिलता है। रामजान में भूखे प्यासे रहने से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी ठीक हो जाती है।