- मकान का ताला तोड़ नगद सहित लाखो की चोरी
- मकान बन्द कर बगल के कमरे सोये थे परिजन
- चोरो ने घर के पीछे फेका पेटी व अन्य सामान
- घटना बड़हरिया थाना क्षेत्र के हथिगाई गांव का
परवेज़ अख्तर/सीवान:
आज कल बड़हरिया थाना क्षेत्र सुर्खियों में चल रहा है.क्योंकि आए दिन बड़हरिया क्षेत्र में चोर चोरी की घटनाओं का अंजाम देते रहे हैं.लेकिन पुलिस चोरो तक पहुंचने में विफल रही है.क्योंकि पिछले सप्ताह के चोर कई ऐसी बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं.इसी बीच बड़हरिया थाना क्षेत्र के हथिगाई गांव में एक बन्द मकान में चोरो ने चोरी की घटना को अंजाम दिया है.जिसमें चोर तीस हजार नगर सहित लाखों की सामान उड़ा ले गये. घटना के संबंध में मकान मालिक स्वर्गीय सहदेव महतो की पत्नी प्रभावती देवी ने बताया कि मैं अपना मकान बंद कर बगल में स्थित एक कमरे में सोई हुई थी. सुबह तकरीबन 4 बजे नींद खुली तो मैं अपने मकान का ताला खोलने गई तो देखा कि ताला टूटा हुआ है.अंदर प्रवेश कर देखा तो अंदर का सारा सामान बिखरा पड़ा है. जिसके बाद मैं हल्ला करने लगी तभी अगल-बगल के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि आप के घर चोरी हुई है.चोरी की बात सुनकर मैं अपनी रखी हुई रुपए और जेवर देखने गई तो वहां नहीं था. सुबह में जब लोग शौच के लिए जा रहे थे तभी देखा कि गांव के बसवाड़ी में सारा सामान बिखरा पड़ा है. लोगों ने इसका सूचना मुझे दी मैं जाकर वहां देखी तो मेरा ही सारा सामान था. उन्होंने यह भी बताया कि चोरों ने मेरे घर से तीस हजार नगद 55 हजार रुपये की जेवर व अन्य सामान की चोरी किया है. इस संबंध में पीड़ित ने स्थानीय थाना में आवेदन देने की बात कह रही थी.
चोरी मामले में नही हुई गिरफ्तारी
बीते सप्ताह हुई चोरी मामले में भी पुलिस अब तक चोरों तक नहीं पहुंच सकी है. बताते चले कि बीते गुरुवार की रात्रि चोरों ने बड़हरिया मठिया गांव में अर्जुन यादव, शिव शंकर यादव, रमेश यादव इन तीनों लोगों के घरों में चोरी की घटना को अंजाम दिया था. जहां दो लाख नगद सहित तकरीबन चार लाख की संपत्ति चोरों ने चोरी कर ली थी. वही बीते 27 जनवरी को अठखम्बा गांव में विनोद कुमार पासवान के घर लाखों की चोरी मामले में भी अब तक पुलिस के हाथ खाली है. पीड़ित थाना की चक्कर काट रहे हैं. लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी हुई है. ऐसा लग रहा है कि उनका थाना पूर्ण रूप से शांति माहौल में चल रहा है. लोगों का कहना है कि चोरी मामले में पुलिस कुछ भी करने से इंकार कर देती है.