परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के बड़हरिया प्रखंड प्रमुख सुबुक तारा खातून के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गत 25 जुलाई को पास हो जाने के बाद प्रमुख खेमा और विपक्षी खेमा में प्रमुख की कुर्सी हथियाने का जोर आजमाइश शुरू हो गया है।हालांकि अब दोनों खेमा काफी सतर्कता बरत रहे हैं। वहीं उम्मीदवारों द्वारा धन-बल आदि का प्रलोभन बीडीसी सदस्यों को दिया जा रहा है। प्रमुख सुबुक तारा खातून के भसुर अमीरुल्लाह सैफी ने प्रमुख की कुर्सी पुनः अपने भवे को दिलाने के लिए कमर कस लिया है। सैफी के साथ पूर्व उप प्रमुख, पूर्व मुखिया एवं अन्य बीडीसी सदस्यों का काफिला निकल रहा है और बीडीसी से मिलकर अपनी शिकायत सुन कर पुनः एक बार सुबुक तारा खातून को प्रमुख बनाने में सहयोग मांगने का काम किया जा रहा है। पूर्व प्रमुख सुबुक तारा खातून के जातीय समीकरण के नजरिये से देखा जाए तो उनके पास 11 बीडीसी सदस्य हैं और बाकी 10 बीडीसी के सहयोग की आवश्यकता पड़ रही है। वहीं विरोधी खेमे के प्रमुख के दावेदार रीता देवी का कमान भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष उमाशंकर साह, मंडल महासचिव सुदीश सिंह आदि ने संभाला है। इससे इस बार दोनों खेमें में कांटे की टक्कर मानी जा रही है। जबकि दोनों गुट जीत का दावा कर रहे हैं।
बड़हरिया प्रखंड प्रमुख की कुर्सी के लिए जोर आजमाइश शुरू
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