परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के चैन छपरा गांव में दो झोपड़ीनुमा घर में आग लगने से 10 हजार नकद, अनाज, कपड़ा समेत करीब एक लाख की संपत्ति जलकर राख हो गई। वहीं चार मवेशी भी झुलसने से घायल हो गए। वहीं घर में सोए एक महिला समेत चार बच्चों को लोगों ने बचा लिया। आग लगने के कारण का पता नहीं चल सका है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि चैन छपरा निवासी कन्हैया महतो और अवधेश महतो के स्वजन मंगलवार की रात भोजन कर घर में सो रहे थे, तभी देर रात अचानक उनके झोपड़ीनुमा घर में आग लग गई। अभी स्वजन कुछ समझ पाते आग विकराल रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते घर में रखे 10 हजार रुपये नकद, 12 क्विंटल से अधिक अनाज, कपड़ा, चार चौकी, दो पलंग, दो साइकिल समेत एक लाख की संपत्ति जलकर राख हो गई। इस घटना में चार मवेशी में झुलस कर घायल हो गए। अगलगी की घटना के बाद स्वजनों द्वारा शोर मचाने पर आसपास के लोग एकत्रित हुए तथा घर में सो रही महिला व बच्चों को किसी तरह बाहर निकाला तथा आग बुझाने में जुट गए। ग्रामीणों के घंटों मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका।
ग्रामीणों के प्रयास से बड़ी घटना होने से बची
थाना क्षेत्र के चैन छपरा गांव में जिस तरह कन्हैया महतो एवं अवधेश महतो के घर में आग लगी पूरे गांव में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। स्वजनों के आसपास के लोग अपनी हिम्मत का परिचय देते हुए घर में सो रहे महिला व बच्चों को किसी तरह बचा लिया, लेकिन उनकी संपत्ति नहीं बचा सके। ग्रामीणों के काफी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। घटना के बाद कोइरीगांवा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अश्विनी कुमार ने पीड़ित परिजनों को ढाई हजार का सहायता राशि उपलब्ध कराया। वहीं बीडीसी मकसूद आलम ने खाने-पीने का सामान सहित तिरपाल मुहैया कराया। पीड़ित राजमती देवी ने सीओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। इस संबंध में अंचलाधिकारी अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जांच के बाद पीड़ित परिवार को उचित सहायता उपलब्ध कराया जाएगा।