परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बसंतपुर प्रखंड के पंचायतों में 15 वीं वित्त आयोग अंतर्गत प्राप्त राशि एवं ली गई योजना की जांच बीडीओ रज्जन लाल निगम ने मंगलवार को की। उन्होंने बताया कि सरेया श्रीकांत पंचायत में 88 लाख रुपये राशि प्राप्त हुई, जबकि व्यय 68 लाख किया गया तथा 20 लाख रुपये लेखापाल अशोक कुमार एवं मुखिया/ पंचायत सचिव की मिलीभगत से नियमों का पालन नहीं कर मनमाने ढंग से राशि का व्यय कर दिया गया। बताया जाता है कि योजना की राशि का भुगतान डोंगल (डीबीटी) के माध्यम से आपूर्तिकर्ता या वेंडर को किया जाता है जबकि एक डोंगल पंचायत सचिव एवं एक डोंगल मुखिया को सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया है ताकि किसी भी राशि का भुगतान जांचोपरांत ही हो, परंतु लेखापाल पूर्व से ही सभी डोंगल अपने पास रखते हैं एवं स्वयं भुगतान करते हैं।
मामला प्रकाश में आने पर जांच उपरांत स्पष्टीकरण की मांग की गई है। पूर्व में भी लेखापाल द्वारा अनियमित भुगतान की शिकायत मिली थी जिस पर स्पष्टीकरण पूछा गया जो आज तक अप्राप्त है। सभी पंचायतों में जांच के क्रम में प्रथम दृष्टया लगभग 40 से 55 लाख रुपया टाइड मद में संचित है। वही सरेयां श्रीकांत में मात्र 20 लाख शेष है जो घोर वित्तीय अनियमितता है। बीडीओ ने बताया कि कुमकुमपुर पंचायत में नल जल की तीन, सूर्यपुरा में छह, कन्हौली में एक, बैजू बरहोगा में तीन तथा राजापुर पंचायत में तीन योजना का कार्य बाकी है। टाइड मद से अविलंब कार्य कराने का तकनीकी सहायक, पंचायत सचिव तथा मुखिया को एक माह में सभी कार्य पूरा कराने के लिए हिदायत दी गई है।