- ससुराल वालों ने ली राहत की सांस
- पैसा ऐठने का था पूरा का पूरा खेल
परवेज अख्तर/सिवान: मृत घोषित महिला नेहा कुमारी उर्फ दिव्या की बरामदगी के बाद इसुआपुर पुलिस ने कई राज खोले। घटना का पर्दाफाश करते हुए इसुआपुर पुलिस ने बताया कि बसंतपुर के स्वर्णकार अशोक प्रसाद के पुत्र अनमोल गुप्ता का सर्वप्रथम मोबाइल के आईएमईआई नंबर को सर्विलांस के जरिए रन किया गया। उसके बाद सीवान सराय ओपी निवासी हरिशंकर यादव के पुत्र संदीप यादव के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर किया गया तो पता चला कि इसने छपरा में किसी शादी समारोह में भाग लिया हैं। पुलिस ने 4 दिसंबर को छपरा से संदीप यादव को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद इन्होंने नेहा के बारे में सारे राज खोल दिया। तब इसकी निशानदेही पर पुलिस सराय थाना क्षेत्र के उखई निवासी लैब टेक्नीशियन रजनीश गिरी के पास दिल्ली पहुंची जिसने पूरी घटना का पर्दाफाश कर दिया।
इसुआपुर थानाध्यक्ष विजय चौधरी ने नेहा को दिल्ली एक लॉज से बरामद करते हुए छपरा कोट में 164 का बयान दर्ज कराया। बयान दर्ज कराने के बाद नेहा कुमारी उर्फ दिव्या दिल्ली के लिए पुनः रवाना हो गई। सूत्र बताते हैं कि इसमें ससुरालवालों से मोटी रकम की लेनदेन की बात केस को रफा-दफा करने के लिए भी चल रही थी। इस कांड में गोपालगंज जिले के सिधवलिया के एक व्यक्ति सुलझाने में लगे हुए थे। लेकिन, कथित मृत नेहा कुमारी उर्फ दिव्या के बरामदगी के बाद सबकी मानसा धरी की धरी रह गई। इस घटना के बाद से नेहा के ससुराल के लोगों ने हत्या जैसे कांड से राहत की सांस ली।