परवेज अख्तर/सिवान: बसंतपुर निवासी जगन्नाथ प्रसाद के पुत्र राजेश्वर प्रसाद की मौत आठ मार्च को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में तालाब में डूबने से हो गई थी। वहां के कर्मी एंबुलेंस से शव को लेकर बसंतपुर पहुंचे। इस दौरान स्थानीय लोग एंबुलेंस व चालक को रोक ठीकेदार से मुआवजा की मांग कर रहे थे। देर रात ठीकेदार द्वारा मुआवजा देने के बाद शव का दाह संस्कार किया गया। ज्ञात हो कि राजेश्वर प्रसाद आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में मोतिहारी के एक ठरकेदार के अंदर में मछली बीज उत्पादन कंपनी में काम करते थे।
0आठ मार्च को तालाब में डूबने से उनकी मौत हो गई थी। उनका शव शुक्रवार को एंबुलेंस से बसंतपुर पहुंचा तो काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। ग्रामीण चालक व एंबुलेस को रोककर ठीकेदार को बुलाने की मांग कर रहे थे। ठीकेदार द्वारा आने में आनाकानी किया जा रहा था। बाद में शुक्रवार की देर रात्रि ठीकेदार मोतिहारी से बसंतपुर पहुंचा तथा ग्रामीणों से समझौता कर तथा मृतक के स्वजन को मुआवजा दिया। इसके बाद चालक एंबुलेंस लेकर आंध्रप्रदेश को लौट गया तथा स्वजन ग्रामीणों की मदद से शव का दाह संस्कार कर दिए। मृतक राजेश्वर प्रसाद अपने पीछे पत्नी शारदा देवी, पुत्री शिल्पी कुमारी तथा पुत्र अभिषेक कुमार और मुन्ना कुमार को छोड़ गए हैं।