परवेज अख्तर/सीवान :- जिले में छठे चरण के शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया भले ही पूरी नहीं हुई है लेकिन कुछ शिक्षा माफिया पहले से ही लोगों से रुपया लेकर नौकरियां बांटने लगे हैं। जिले में तैनात रहे एक बीईओ के संबंध में सूचना मिल रही है कि यहां से जाने के बाद भी उसका जिले से मोहभंग नहीं हो रहा है। उक्त बीईओ गोरेयाकोठी, भगवानपुर, बसंतपुर, लकड़ी नबीगंज समेत कई प्रखंडों में पदाधिकारियों के साथ मिल कर बैकडेट में नौकरी बांटने में जुटा हैं। बताया जा रहा है कि पिछले दरवाजे से शिक्षक बनाने के लिए उक्त बीईओ और उनके सहयोगियों द्वारा लोगों से पांच लाख रुपए की डील की जा रही है। वहीं इस तरह की चर्चा से टीईटी की परीक्षा पास अभ्यर्थियों में निराशा का भाव है। 2011 में टीईटी की परीक्षा पास करने वाली पूजा कुमारी ने बताया कि सरकार ने टीईटी परीक्षा का मजाक बनाया। सरकार ने आदेश दिया था कि 2011 के बाद बिना टीईटी पास कोई व्यक्ति शिक्षक नहीं बन सकता है। बावजूद सैकड़ों लोग पिछली दरवाजे से शिक्षक बनाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं टीईटी पास करने के बाद भी नियोजन ईकाई द्वारा अभ्यार्थियों से मोटी रकम वसूल कर नौकरी दी गई। जबकि जिन लोगों ने रुपए नहीं दिए उन्हें आज तक शिक्षक की नौकरी नहीं मिली। अभी भी कई ऐसे लोग हैं जिन्हे टीईटी 2011 पास करने के बाद भी नौकरी नहीं मिली। सूत्रों ने बताया कि बीईओ का आवास बसंतपुर में है जहां हर रोज शिक्षक बनने वाले बेरोजगारों की भीड़ उमड़ रही है। खुलेआम डील भी किया जा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
डीपीओ स्थापना असगर अली ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई शिकायत अभीतक नहीं मिली है। पता लगाया जा रहा है कि कौन बीईओ ऐसा कर रहा है। जांच कर जल्द कार्रवाई की जायेगी।