परवेज अख्तर/सिवान: भगवानपुर हाट उप मत्स्य निदेशक सारण प्रक्षेत्र मो. राशिद फारुकी और मत्स्य प्रसार पदाधिकारी सिवान विनय कुमार ने शनिवार को संयुक्त रूप से समेकित चंवर विकास योजना के तहत बहियारा चंवर में बने मत्स्य पालन का पोखरा का निरीक्षण किया तथा वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य का भी जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने मत्स्य कृषक मनोज सहनी एवं ललित मोहन का अनुसरण करने के लिए अन्य कृषकों को भी तालाब का निर्माण करने के लिए प्रेरित किया। उप निदेशक सारण प्रक्षेत्र ने बताया कि सरकार के निर्देश पर चंवर विकास के लिए पायलेट प्रोजेक्ट के तहत योजना चलाई थी। इसी योजना के तहत पूरे बिहार में समेकित चंवर विकास योजना से चंवर को विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर में समेकित चंवर विकास योजना के जागरुकता के लिए एक कार्यशाला का आयोजन आनेवाले दिनों में किया जाएगा जिसमे सारण प्रमंडल के सभी कृषक शामिल होंगे। मत्स्य कृषक मनोज सहनी और ललित मोहन ने उप मत्स्य निदेशक सारण से कहा कि किसान अपने तालाब की क्षमता के अनुसार बीज खरीद लिए हैं, लेकिन तालाब में पानी नहीं होने के कारण बीज नर्सरी में रखा हुआ है और पानी के अभाव में मछली का बच्चा मर रहे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार को कृषकों को बड़ा ट्यूब बेल उपलब्ध कराना चाहिए ताकि समय से तालाब में पानी उपलब्ध हो सके। इस मौके पर अशोक सहनी, कृष्णा ठाकुर, राजेश कुंवर आदि कृषक उपस्थित थे।