देवी स्थल पर बली प्रथा आज भी है जीवंत
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के खेढ़वा गांव स्थित प्रसिद्ध खेढ़वा माई नाम से प्रसिद्ध मां की पूजा 25 अगस्त को होगी। इसकी तैयारी में अभी से ही भक्त जुट चुके हैं। ज्ञात हो कि इस दिन देवी स्थल परिसर से लेकर करीब एक किलोमीटर की दूरी परिधि में मेला का आयोजन होता है। यहां दूर-दूर से देवी भक्त मां की पूजा करने आते हैं। वैसे तो यह पूजा एक दिवसीय ही है, लेकिन करीब एक सप्ताह तक मेला रहता है। यह मेला सप्तमी के बाद पड़ने वाले सोमवार या शुक्रवार को आयोजित होता है। इस कारण इस बार सप्तमी के बाद शुक्रवार होने के कारण यह पूजा 25 अगस्त को की जाएगी। इसकी तैयारी को ले अभी से ही मंदिर परिसर की सफाई कार्य में ग्रामीणों द्वारा शुरू कर दी गई है। मुखिया शकुंतला देवी एवं पूर्व मुखिया शैलेंद्र प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह ने बताया कि खेढ़वा गांव में अवस्थित देवी स्थान खेढ़वा माई के नाम से विख्यात है।
उन्होंने बताया कि माता भवानी थावे के रहषु भगत के बुलावा पर कामरूप कामाख्या से चलकर थावे जाने के क्रम में खेढ़वा में कुछ क्षण के लिए रुकी थी। इसलिए इस स्थल खेढ़वा माई के नाम से विख्यात हो गया। उन्होंने बताया कि मां के दरबार में मनोकामना पूरी होने पर सावन में बकरे की बली दी जाती है। मुखिया शकुंतला देवी ने बताया कि भीड़ को देखते हुए प्रशासन से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विधि- व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस एवं दंडाधिकारी की तैनाती के अलावा चलंत शौचालय, पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य शिविर, एंबुलेंस आदि की व्यवस्था की मांग की गई है। वहीं सीओ रणधीर कुमार ने बताया कि खेढ़वा देवी स्थल पर कुछ भूमि गैरमजरुआ है जिस पर दुकानदारों द्वारा दुकान लगाई जाती है। उक्त सभी दुकानों से सैरात का राजस्व वसूली की जिम्मेवारी पंचायत के जिम्मे है। उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारी द्वारा उक्त स्थल पर मेला में पुलिस पदाधिकारी, जवान एवं दंडाधिकारी की तैनाती की जाती है।