परवेज अख्तर/सिवान: भगवानपुर हाट वर्षा की हर बूंद अमृत समान है। यह बातें भगवानपुर हाट स्थित कृषि विज्ञान केंद्र की वरीय वैज्ञानिक डा. अनुराधा रंजन कुमारी ने कही। उन्होंने कहा कि वर्षा का पानी फसलों के लिए अमृत साबित होगा। इस वर्षा से फसलों के पतियों पर जमे धूलकण धूल जाएंगे जिससे पौधों की श्वसन क्रिया तेज हो जाएगी। इससे पौधों में वृद्धि, विकास एवं उत्पादन में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि इस वर्षा से धान का बिचड़ा डालने के लिए खेतों में नमी हो गई है। किसान खेतों का बराबर करना शुरू कर दें।
उन्होंने कहा कि इस वर्षा से आम, लीची, मूंग, मक्का, साग-सब्जी, सूर्यमुखी, उड़द को लाभ मिला है। वहीं कृषक ओमप्रकाश पांडेय, दूधनाथ सिंह, सुदर्शन पासवान, संजय सिंह, अशोक रस्तोगी ने बताया कि लंबे समय से वर्षा नहीं होने के कारण किसानों के समक्ष कृषि क्षेत्र में बड़ी समस्या उत्पन्न होने लगी थी, लेकिन इस वर्षा ने काफी राहत दी है। कृषक ओम प्रकाश पांडेय ने इस वर्षा को स्वाति की बूंद से तुलना करते हुए कहा कि जिस प्रकार पपीहा नामक पक्षी स्वाति के एक-एक बूंद के लिए तरसता है ठीक उसी प्रकार किसान भी वर्षा के एक-एक बूंद के लिए तरस रहे थे। अब इस वर्षा से राहत मिली है।