परवेज अख्तर/सिवान: भगवानपुर हाट मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम माता जानकी का प्रिय होने के लिए हनुमान का शरणागत होना जरूरी है। हनुमानजी सभी युगों में विराजमान हैं। यह बातें प्रखंड के नदुआं में आयोजित नौ दिवसीय मारुति नंदन महायज्ञ के दौरान शनिवार की शाम प्रवचन के दौरान कथावाचक संदीपाचार्य मानस मधुकर ने कही। उन्होंने कहा कि भगवान राम एवं माता जानकी के आशीर्वाद से ही हनुमान अतुलित बलधामा हो गए। उन्होंने कहा कि सभी कष्टों के निवारण करने वाले हनुमान की सदैव पूजा करनी चाहिए।
संदीपाचार्य महाराज ने कहा कि भगवान राम के सेना में अनेकों बलशाली, बुद्धिमान तथा रणनीतिकार थे, लेकिन स्वामी भक्त अंजनी पुत्र हनुमान ही भगवान के प्रिय बन सके। उन्होंने कथा श्रोताओं को हमेशा हनुमान की आराधना करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हनुमान को प्रसन्न करने के लिए सभी साधु संत तथा गृहस्थ आश्रम के लोग सुंदरकांड का पाठ निमित करें। सुंदर कांड को कामना पूरक कांड कहा गया है। उन्होंने हनुमान को साक्षात शिव सुंदर अवतार बताया। इस मौके पर काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।