भगवानपुर हाट: ट्रेन से गिरने से महिला का पैर कटा, इलाज के दौरान मौत

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Dead Body

परवेज अख्तर/सिवान: भगवानपुर हाट महाराजगंज-मशरख रेलखंड पर थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर रेलवे हाल्ट के समीप मंगलवार की शाम ट्रेन से उतरते वक्त गिरने से एक महिला यात्री का दोनों पैर कट गया। उसे इलाज के लिए स्वजन पटना एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए जहां मंगलवार की देर रात उसकी मौत हो गई। मृतका की पहचान उतरी साघर सुल्तानपुर पंचायत के टोला माघर पोखरा निवासी श्रीकांत महतो की पत्नी विद्यावती देवी के रूप में हुई है। इस घटना के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।मृतक के पति श्रीकांत महतो ने बताया कि उनकी पत्नी विद्यावती देवी अपनी पुत्री सुनीता देवी के साथ सिवान किसी मुकदमा में पैरवी के लिए गई हुई थी। लौटने के क्रम में दोनों सिवान से ट्रेन से घर लौट रही थी। इस क्रम में करीब सात बजे ट्रेन सुल्तानपुर हाल्ट पर रुकी जहां सबसे पहले उनकी पुत्री ट्रेन से उतरी। अभी विद्यावती देवी उतर ही रही थी कि ट्रेन खुल गई जिससे वह गिर पड़ी जिससे उनका दोनों पैर कट गया। इसकी सूचना मिलते ही विद्यावती देवी को इलाज के लिए सिवान एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सक ने पटना रेफर कर दिया। उसका इलाज पटना एक निजी अस्पताल में कराया जा रहा है जहां इलाज के दौरान मंगलवार की देर रात उसकी मौत हो गई। बुधवार की सुबह शव को अस्पताल से घर लाया गया है तथा घटना की सूचना थाना को दी गई। शव का पोस्टमार्टम स्थानीय थाना कराएगा या जीआरपी इसी आशंका में शव को घर पर रखा गया है। मुखिया ने बताया कि इस घटना की सूचना जीआरपी को दे दी गई है।

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विद्यावती देवी की मौत पर गांव में शोक का माहौल :

पटना से बुधवार की सुबह जैसे ही विद्यावती देवी का शव गांव पहुंचा स्वजनों के रोने से माहौल गमगीन हो गया। पुत्री सुनीता देवी रो-रोते बेहोश हो जा रही थी, उसे आसपास की महिलाएं संभाल रहीं थी। वहीं इस घटना के बाद मृतका के दरवाजे पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। सभी स्वजन को ढाढ़स बंधा रहे थे। जिला पार्षद बबीता देवी एवं मोमेंद्र राय, मुखिया सुभाष सिंह, अंगद मिश्र, मनीष कुमार आदि लोग स्वजनों को ढाढ़स बंधा रहे थे। मुखिया द्वारा पीड़ित परिवार को तत्काल तीन हजार रुपया कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत उपलब्ध कराया गया तथा बच्चों के लिए फल आदि मुहैया कराया गया। ज्ञात हो कि मृतका के दो पुत्र एवं चार पुत्री है। बड़ा पुत्र अजय कुमार अरुणाचल प्रदेश में मजदूरी करता है, वहीं छोटा पुत्र रंजन कुमार साउथ अफ्रीका में काम करता है।