परवेज़ अख्तर/सिवान :- महाराजगंज से रोजगार के लिए भूटान गए 12 मजदूरों को बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आया है। मजदूरों ने वाट्सएप के माध्यम से अपने घरवालों को इसकी जानकारी दी है। भूटान में फंसे कई मजदूरों ने दूरसंचार पर भी अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि उनसे दिन-रात कड़ी मेहनत कराई जा रही है। इससे वे बीमार हो गए हैं। बावजूद उनको घर नहीं लौटने दिया जा रहा है और न ही इलाज कराया जा रहा है। साथ ही उन्हें दो वक्त का भोजन भी नहीं मिल रहा है। यहां लोग काफी मुश्किल और भुखमरी के बीच अपने दिन काट रहे हैं।
बंधक बने ठीकेदार विनय कुमार ने घरवालों से फोन पर संपर्क कर बचाने की गुहार लगाई है। इस संबंध में उनके घरवालों ने भाजपा के पूर्व विधायक डॉ. कुमार देवरंजन सिंह से सभी की वापसी की गुहार लगाई है। गुहार लगाने वालों में तरवारा थाने के रौजा गौर निवासी ठीकेदार विनय कुमार के अलावा 11 लोग महाराजगंज के विशुनपुर महुआरी निवासी कंचन राम, राजेश राम, रमाशंकर राम के पुत्र कौशल कुमार राम, झगरू राम के पुत्र सुनील कुमार राम के अलावा अनुमंडल क्षेत्र के अन्य 8 मजदूर शामिल हैं। भूटान में बंधक बनाए गए मजदूर कौशल कुमार राम की पत्नी चंपा देवी ने बताया कि मेरे पति के साथ गांव के ही अन्य लोग इसी साल फरवरी में ठीकेदार विनय कुमार के साथ भूटान के लुंची स्थित तांबी में राजमिस्त्री का काम करने गए थे, इसके बाद उन्हें बंधक बना लिया गया।
उनका कहना है कि तकरीबन 7 माह बीत जाने के बावजूद भी अभी तक बंधक बनाए गए सभी लोग अपने घर नहीं लौटे हैं और ना ही उन्हें मजदूरी की रकम दी जा रही है। इधर मजदूरों के आवेदन पर महाराजगंज भाजपा के पूर्व विधायक डॉ. कुमार देवरंजन सिंह ने सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।